झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का समापन, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खूब हुई तकरार - ranchi news
Published : Dec 21, 2023, 9:50 PM IST
रांचीः सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंक- झोंक के साथ झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का समापन हो गया. 15 से 21 दिसंबर तक चले इस अल्प अवधि के सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष कई मुद्दों पर उलझता रहा. भाजपा के तीन विधायक बिरंची नारायण, जे पी पटेल और भानू प्रताप शाही को सदन की कार्यवाही से निलंबित किया गया. स्पीकर पर भी आरोप लगे. सरकार द्वितीय अनुपूरक बजट पास करने में सफल हुई. एक बार फिर 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति संबंधी विधेयक भी सदन में पास हुआ. विपक्ष के रुख पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी सदन में निशाना साधते दिखे. अपनी सरकार के 4 साल पूरे होने पर 29 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया के सवालों का जवाब नये वर्ष की बधाई के साथ दिया. शीतकालीन सत्र में 247 प्रश्न सदन में स्वीकृत हुए. इन स्वीकृत प्रश्नों में सभी अनुसूचित प्रश्न हैं. हालांकि तारांकित प्रश्न एक भी नहीं लिया जा सका. जानकारी के मुताबिक इनमें से पांच प्रश्न उत्तरित हुए 241 प्रश्नों के उत्तर विभागों से सदन को प्राप्त हुआ और शेष 6 प्रश्न विभागों के पास लंबित रहा. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम कहते हैं कि विपक्ष का काम विरोध करना जरूर है लेकिन सदन कैसे ठीक ढंग से संचालित हो और इसका अधिक से अधिक समय का सदुपयोग किया जाए इसका ध्यान जरूर रखना होगा. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी शीतकालीन सत्र के समापन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सरकार पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रही है. एक तो सत्रावधि काफी कम रही, दूसरे जनता के सवालों का जवाब देने से यह सरकार भाग रही है.