गोड्डा:जिले के इतिहास में पहली बार रथ यात्रा निकाली गई. यह रथ यात्रा ऊर्जा नगर में निकाली गई. रथ यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. भगवान जगन्नाथ के साथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के प्रतिरूप भी रथ पर विराजमान थे. गोड्डा में इस तरह की यह पहली रथ यात्रा थी. इस रथ यात्रा को शुरू करने में ईसीएल के जीएम के साथ ही ओडिशा के कर्मियों ने अग्रणी भूमिका निभाई. इस रथ यात्रा में आदिवासियों की भागीदारी जबरदस्त रूप से थी. वे इस रथ यात्रा में पारंपरिक परिधान में ढोल नगाड़े के साथ नाचते गाते दिखे. गोड्डा में रथ यात्रा भले ही पहली बार निकली हो, लेकिन जिले के लोगों की आस्था भगवान जगन्नाथ में काफी पुरानी रही है. लोग जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान पड़ोसी राज्य बिहार के बौसी जाते हैं. वहां लोग मधुसूदन मंदिर में निकलने वाली रथ यात्रा का हिस्सा बनते हैं. मधुसूदन स्थान में निकलने वाले रथ यात्रा में गोड्डा के अलावा बांका और भागलपुर के हजारों श्रद्धालु शरीक होकर रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ का रथ खींचते हैं.