Chhath Puja 2022: नहाय-खाय से लेकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देनें तक, जानें महापर्व छठ के पूरे विधि विधान - Jharkhand News
कार्तिक माह के शुरू होते ही छठ पर्व को लेकर पूरे भारत में खासतौर से पूर्वी भारत के झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में पूरा वातावरण ही भक्तिमय हो जाता है. साफ-सफाई के साथ ही इसके पूजन के लिए लोग तैयारी शुरू कर देते हैं. चार दिवसीय छठ पर्व की तैयारी दिवाली के साथ ही शुरू हो जाती है. घाटों की साफ-सफाई से लेकर मिट्टी के चूल्हे और दउरा बनाने तक के काम में लोग कई दिनों पहले से जुट जाते हैं. छठ महापर्व में नहाय-खाय, खरना, सूर्यास्त पूजन और सूर्योदय पूजन का विशेष महत्व होता है. ये पर्व नहाय-खाय से शुरू होता है और सूर्योदय पूजन के साथ समाप्त होता है. ईटीवी भारत के इस खास कार्यक्रम जानिएं, छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत कब और कैसे शुरू होता है, इस बीच व्रतियां क्या-क्या करती हैं और पूरे छठ में किस तरह विधि विधान का पालन किया जाता है (How to perform rituals of Chhath Puja).
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:30 PM IST