सम्मेद शिखरजी विवाद: गिरिडीह में जैन समाज ने निकाला मौन जुलूस, कई धर्म के लोग हुए शामिल
गिरिडीह: विश्व प्रसिद्ध जैन धर्म के तीर्थ स्थल पारसनाथ सम्मेद शिखरजी को इको टूरिज्म बनाने को लेकर सरकार के नोटिफिकेशन से उभरा विवाद (Sammed Shikharji Controversy) थमने का नाम नहीं ले रहा है. जगह जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. गिरिडीह में गुरुवार को जैन समाज ने मौन जुलूस निकाला (Procession in Giridih regarding Sammed Shikharji). यह जुलूस बड़ा चौक स्थित जैन मंदिर से निकलकर मुस्लिम बाजार, कालीबाड़ी, होते हुए झंडा मैदान में जा पहुंचा. इसके बाद एक मांग पत्र गिरिडीह डीसी को सौंपा गया. लोगों की मांग है कि पारसनाथ सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल नहीं बल्कि तीर्थ क्षेत्र घोषित किया जाए. गिरिडीह में निकाले गए इस मौन जुलूस में रांची, मधुबन, कोडरमा समेत विभिन्न जिलों से जैन समाज के लोग शामिल हुए. इसके अलावा हिन्दू, सिख और मुस्लिम धर्म के लोग भी इस जुलूस में शामिल हुए. जुलूस में शामिल गुणवंत सिंह मोंगिया, अमरजीत सिंह, सईद अनवर और बंटी जालान ने कहा कि किसी धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सम्मेद शिखरजी जैन धर्म की आस्था है और इसे पर्यटक क्षेत्र घोषित नहीं किया जाना चाहिए. वहीं राजन जैन, नवीन सेठी, अजय जैन समेत अन्य ने कहा कि सम्मेद शिखरजी में 24 में से 20 तीर्थंकरों ने निर्वाण प्राप्त किया था. ऐसे में इस क्षेत्र को पर्यटक क्षेत्र बनाये जाने से यहां की पवित्रता प्रभावित होगी. उन्होंने मांग की कि सम्मेद शिखरजी को तीर्थ क्षेत्र घोषित करें. इस जुलूस में अजय जैन, सुभाष जैन, अशोक जैन, कमल जैन, दीपक जैन, मिंकू जैन, सन्नी जैन, हेमा सेठी, सरोज जैन समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:38 PM IST