Dhanbad News: कथा वाचक देवी चित्रलेखा ने कहा- सच्चे गुरु से ही मिलते हैं गोविंद
धनबादः श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन काफी संख्या में लोग जुटे. सभी भक्ति भाव में विभोर दिखे. देवी चित्रलेखा जी ने कहा कि आपके जीवन में आपको सद्गुरु मिल जाए तो समझ लेना कि अब ये गोविंद का इशारा है कि गुरु तो आ गए हैं अब गोविंद भी आने वाले हैं. अब उनकी भी कृपा होने वाली है. सद्गुरु दिन्ही ऐसी नजरिया, हर कोई लागे मीत रे, ये दृष्टि सिर्फ सद्गुरु से ही प्राप्त हो सकती है. इसलिए जब जीवन में सद्गुरु मिल जाये तो समझ लेना अब प्रभु बहुत प्रसन्न हैं हमसे, हम पर भी कृपा बरसने लगी है. सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे पूज्या देवी चित्रलेखा जी ने अपनी मधुर वाणी से कथा वाचन करते हुए कहा कि जीव जन्म लेते ही माया में लिपट जाता है और माया में लिपट जाने के कारण जीव अपने कल्याण के लिए कुछ नहीं कर पाता. वह जैसे जैसे कर्म करता जाता है वैसे वैसे फल उसे भोगने पड़ते हैं. उन्होंने बताया कि मृत्यु के बाद जीव को 28 नरकों में से अपने कर्म के अनुसार किसी को भोगना पड़ता है.