कांग्रेस जिलाध्यक्षों के चयन में मनमानी! आलाकमान तक बात पहुंची तो चार की हो गई छुट्टी, प्रदेश कार्यालय में प्रभारी का जला पुतला
रांची: प्रदेश कांग्रेस के 25 जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के महज 48 घंटे के भीतर पार्टी का आंतरिक कलह फिर सतह पर आ गया है (Congress Conflict After District President Nomination). 4 दिसंबर को जिलाध्यक्षों की सूची जारी हुई थी. इसमें 8 जिलों की जिम्मेदारी ब्राह्मणों को दी गई थी. जबकि महिला, मुस्लिम और दलित समुदाय से किसी को जगह नहीं मिली थी. इसके खिलाफ कांग्रेस के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी समेत कई कार्यकर्ता सोशल मीडिया के जरिए अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे. लेकिन मंगलवार को कुछ कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय कैंपस पहुंच गये और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का पुतला फूंक दिया और नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जिलाध्यक्षों के चयन में प्रभारी ने मनमानी की है. आलाकमान को गुमराह किया गया है. यह बात राष्ट्रीय महामंत्री केसी वेणुगोपाल तक पहुंच गई. जानकारी मिल रही है कि आलाकमान ने रामगढ़, कोडरमा, साहिबगंज और गढ़वा के नवमनोनीत जिलाध्यक्षों की छुट्टी कर दी है. जिलाध्यक्ष के पद से नाम हटाकर शांतनु मिश्रा, श्रीकांत तिवारी, अनील कुमाल ओझा और नारायण वर्णवाल को प्रदेश ऑफिस बेयरर बना दिया गया है. अनिल ओझा की जगह बरकतुल्लाह खान को साहिबगंज का जिलाध्यक्ष बनाया गया, शांतनु मिश्र की जगह मुन्ना पासवान को रामगढ़ का कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनाया गया, नारायण बरनवाल की जगह भगीरथ पासवान को कोडरमा का कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनाया गया, श्रीकांत तिवारी की जगह ओबैदुल्लाह हक को गढ़वा का जिलाध्यक्ष बनाया गया.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:35 PM IST