भूल गए लिफाफा में कुछ था, गुनहगार है तो दें सजाः मुख्यमंत्री
राजभवन पहुंची चिट्ठी से संबंधित सवाल के जवाब में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अब थक गए और भूल गए की कुछ ऐसा भी था. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि महामहिम के पास पत्र आया भी था या नहीं. यह आज भी सस्पेंस बना हुआ है. इसकी सत्यतता राजभवन ही बता सकता है. उन्होंने कहा कि हमने पहले भी हाथ जोड़कर प्रार्थना की है कि गुनहगार है तो सजा दें. अगर गुनहगार नहीं हैं तो आशीर्वाद दें. मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि झारखंड गरीब राज्यों में एक है. उन्होंने कहा कि पर्यटन, खेल और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में लगे है. गांवों को विकसित किए बिना राज्य का विकास संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और मंत्री के घरों का घेराव करते थे तो बदले में लाठियां मिलती थी. लेकिन अब प्रदर्शकारी रंग गुलाल लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचते हैं.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:37 PM IST