चाईबासाः सदर चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने दावा किया है कि शहर और आसपास के इलाकों में 6 साल से लंबित पड़ी शहरी जलापूर्ति योजना को 4 माह में पूरा कर लिया जाएगा. शहर और आसपास में नई पाइप लाइन बिछाकर घर-घर स्वच्छ पेयजल आपूर्ति करने की महत्वाकांक्षी योजना एक सपना बनकर रह गई थी.
22 करोड़ की लागत से पूरी होगी शहरी जलापूर्ति योजना विधायक दीपक बिरूवा ने बताया कि पिछले जेएमएम सरकार के कार्यकाल में इसकी शुरुआत किया गया था लेकिन संवेदक एसएमएस पर्यावरण लिमिटेड इस काम को पूरा नहीं कर सका और अधूरा छोड़कर चला गया. शहरी जलापूर्ति योजना कई दिनों से अधर पर लटकी हुई थी. इसे लेकर विधानसभा में आवाज उठाई गई. जिसके बाद जिले के उपायुक्त को यह निर्देश दिया गया कि शहर के जलापूर्ति योजना का कार्य जल्द से जल्द डीएमएफटी से शुरू कराया जाए.
साथ ही उपायुक्त आरवा राजकमल के डीएमएफटी की बैठक शहरी जलापूर्ति योजना के स्टीमेट को रिवाज करते हुए अतिरिक्त 22 करोड रुपए देकर योजना को पूरा करने का निर्णय लिया गया. बाकी के काम को 4 महीने में पूरा करने का प्रस्ताव पारित किया गया.
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बता दें कि 2014 में 28 करोड़ की लागत से योजना की नींव रखी गई थी, जिसका काम 2016 तक किया जाना था. एसएमएस प्राइवेट लिमिटेड को काम पूरा करने की जिम्मेवारी दी गई थी. लेकिन काम की एवज में लगभग 27 करोड रुपए संवेदक को भुगतान कर दिए गए लेकिन काम अधूरा ही किया गया. संवेदक को काली सूची में डाल दिया गया है.
शहर में आजादी के बाद बिछाई गई पुरानी पाइप लाइन से पेयजल आपूर्ति किया जा रहा है. जिसके चलते शहर के नागरिकों को स्वच्छ पानी नसीब नहीं हो रही है. खासकर बारिश के दिनों में गंदे पानी का प्रयोग लोग करने के लिए मजबूर हैं.