चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर रेलवे मंडल के अति संवेदनशील क्षेत्र गोइलकेरा और पोसैता स्टेशन के बीच शनिवार की शाम साढ़े छह बजे रेलवे का सेफ्टी डिवाइस डेटोनेटर (संरक्षा उपकरण) के फटने की आवाज से रेलवे ने कुछ देर तक परिचालन रोक दिया. इस डिवाइस को किसने गुड्स ट्रेन के आगे रखा था, इसकी जांच में रेलवे जुट गयी है.
गोइलकेरा और पोसैता स्टेशन के बीच गुड्स ट्रेन के आगे फटा डेटोनेटर, जांच के बाद चली ट्रेनें
चक्रधरपुर रेलवे मंडल के अति संवेदनशील क्षेत्र गोइलकेरा और पोसैता स्टेशन के बीच रेलवे का सेफ्टी डिवाइस डेटोनेटर के फटने की आवाज से रेलवे ने कुछ देर तक परिचालन रोक दिया. जांच के बाद फिर से ट्रेनों का परिचाल शुरू कर दिया गया.
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गोइलकेरा से पोसैता के बीच पेट्रोलिंग ट्रेन से जांच की गयी. जिसमें अप व डाउन लाइन में कोई गड़बड़ी नहीं पायी गयी. इसके बाद उत्कल एक्सप्रेस और दक्षिण बिहार एक्सप्रेस ट्रेन को डाउन लाइन पर रवाना किया गया. यह मामला साढ़े छह बजे का है. डाउन लाइन पर उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन पोसैता से महादेवशाल आ रही थी. तभी अचानक चालक को डेटोनेटर फटने की आवाज सुनाई दी. इसके बाद उत्कल एक्सप्रेस के चालक ने महादेवशाल को वॉकी टॉकी से सूचित किया. जिसके बाद आनन- फानन में उत्कल एक्सप्रेस को रोक दिया गया. साथ ही स्टेशन कर्मियों को ट्रैक की जांच करने का आदेश दिया गया. इसके बाद डाउन लाइन पर डेटोनेटर फटने का मामला सामने आया. बताया जाता है कि अप लाइन में मालगाड़ी जा रही थी. जिसके आगे डेटोनेटर व लाल सिग्नल लगाकर मालगाड़ी को रोका गया था. मालगाड़ी को रोकने वाले अपने को इंजीनियरिंग विभाग के रेलकर्मी बता रहे थे.
जनसंपर्क अधिकारी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनीष कुमार पाठक ने कहा कि डेटोनेटर साउंड हुआ है. इसका पता कर रहे है कि यह कैसे रखा गया. लेकिन यह यात्री ट्रेन के आगे नहीं था. कुहासे में सेफ्टी डिवाइस रखना सामान्य बात है. लेकिन इसे क्यों प्लेस किया गया, यह जांच का विषय है. यह डिवाइस गुड्स ट्रेन के आगे था. पूछताछ हो रही है. डेटोनेटर रेलवे स्टाफ के पास ही रहता है. संवेदनशील स्टेशन होने के कारण ट्रेनों को नियंत्रित किया गया था. अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है. इससे ट्रेन का परिचालन बाधित नहीं हुआ. संवेदनशील इलाका होने के कारण सतर्कता से काम लिया गया.