चाईबासा: भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक का पहला दिन सम्पन्न हुआ. बैठक का शुभारंभ भाजपा ध्वज को फहराकर किया गया. महापुरुषों के चित्रों में पुष्पाजंलि अर्पित की गई. वंदे मातरम गीत से सत्र का उद्धघाटन किया गया.
उद्धघाटन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय समाज का देश में मान, सम्मान और स्वाभिमान बढ़ाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि आज हम गर्व से कह सकते हैं कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जनजाति समाज से हैं. उन्होंने कहा कि देश के आदिवासी महापुरुषों की वीरता एवं देश के लिए किए गए बलिदान को एक पहचान देते हुए धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती के दिन को जनजाति गौरव दिवस घोषित किया गया है. जिसके माध्यम से उनका गौरव गान करने का काम किया है. अर्जुन मुंडा ने कहा कि जब जब केंद्र में भाजपा सरकार आती है आदिवासी समाज के लिए विकास की नीति एवं अधिकार देने का कार्य करती है.
उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने आदिवासी समाज की लंबी मांग को पूरी कर अलग राज्य का निर्माण किया. जनजाति समाज के लिए अलग मंत्रालय का निर्माण किया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक आदिवासी समाज के एक बेटे को कृषि मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण पद देकर आदिवासी समाज के ऊपर विश्वास व्यक्त करने का काम किया है. उन्होंने ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी के उलिहातू जाकर उनको नमन किया है. बिरसा मुंडा की उस पवित्र भूमि से विकसित भारत संकल्प यात्रा का उलगुलान किया है. साथ ही प्रिमिटिव ट्राइब के विकास के लिए पीएम जन मन कार्यक्रम का शुभारंभ किया है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि जनजाति समाज के शिक्षा को नई दिशा देने के लिए मोदी जी के नेतृत्व में एकलव्य विद्यालय खोले जा रहे हैं. सिर्फ झारखंड में ही 91 एकलव्य विद्यालय खोले जा रहे हैं. जनजाति मंत्रालय एवं स्वास्थ्य मंत्रालय मिलकर आदिवासी समाज की अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ एक मुहिम चलाई जा रही है. यह जनजाति समाज के स्वास्थ के लिए काफी निर्णायक साबित होगी. कार्यसमिति के सभी सदस्यों से नरेंद्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भाजपा एवं मोदी सरकार के किए गए कार्यों को गांव गांव जाकर आदिवासी समाज के बीच बताने का आग्रह किया.
हेमंत राज में आदिवासी हो रहे प्रताड़ितःमोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने कार्यसमिति बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एसटी मोर्चा के कार्यकर्ताओं के कंधों में बड़ी जिम्मेवारी है कि वे हेमंत सरकार के कुकर्मों को जनजाति समाज के बीच जाकर बताने का काम करें. उन्होंने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन सरकार बनते ही चाईबासा में 7 आदिवासियों की हत्या हुई. साहिबगंज में रुबिका पहाड़िया की बोटी-बोटी काटकर हत्या, होनहार दरोगा रूपा तिर्की की संदेहास्पद हत्या, रामेश्वर मुर्मू की हत्या, एसआई संध्या टोपनो की मवेशी तस्कर द्वारा हत्या कर देना, गुमला के घाघरा में भाई-बहन की पत्थर कूच कर हत्या, रांची में दिनदहाडे़ सुभाष मुंडा की हत्या सहित कई घटना यह बताती है कि हेमंत सरकार में सबसे ज्यादा हत्या आदिवासी समाज के लोगों की हो रही है.