चाईबासा:बैंकर्स समिति (डीएलसीसी) की तिमाही बैठक उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में संपन्न हुई. इस वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही की अप्रैल से लेकर जून 30 तक प्रगति की समीक्षा की गई. साथ ही आगे की रणनीति भी निर्धारित की गई है कि किस प्रकार की प्रगति इस क्वार्टर सहित द्वितीय एवं तृतीय क्वार्टर में किया जाना है.
कार्य में दिखी कमी
उपायुक्त ने कहा कि अप्रैल से लेकर 30 जून तक कोविड-19 लॉकडाउन के कारण आवागमन और आर्थिक क्रियाकलाप काफी ठंडे थे, कई दिनों तक बैंक भी बंद रहे या कार्य करने के घंटों में कमी रही थी.
विगत वर्षों के प्रथम चतुर्थांश के साथ तुलना करेंगे, तो कई मापदंडों के प्रदर्शन में अपेक्षित प्रगति नहीं दिखाई देगी. सभी बैंक खुल गए हैं और पूरी तरह से सुचारू तरीके से कार्य कर रहे हैं. सभी जिला संयोजक से विचार विमर्श कर अनुरोध किया गया है कि विगत चतुर्थांश के लक्ष्यों को भी आगामी समय में किस तरह से हासिल किया जा सकता है. उपायुक्त ने कहा कि इस क्वार्टर का प्रिलिमनरी एस्टीमेट देखने पर प्रगति अपेक्षाकृत अच्छी हुई है. उपायुक्त ने उम्मीद जताई कि प्रथम क्वार्टर में हुई हुए प्रगति ह्रास में आने वाले दूसरे क्वार्टर में सुधार देखा जाएगा, और जिन लक्ष्यों में पीछे रह गए हैं उनको भी समय पर पूरा कर लेंगे.
40% से ऊपर का सीडी रेशियो
उपायुक्त ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में एनुअल एक्शन प्लान में काफी अच्छी प्रगति जिले की हुई है. ऋण वितरण की दृष्टि से जिले की रैंकिंग काफी अच्छी है और जिले में शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया है. इस वित्तीय वर्ष में भी इसी लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. सीडी अनुपात में भी काफी सुधार हुआ है. क्रेडिट टू डिपॉजिट रेशियो 40% धनात्मक को एक स्वस्थ दर माना जाता है, जिले में पिछले तीन-चार क्वार्टर से लगातार प्रगति देखने को मिल रही है. अभी भी 40% से ऊपर का सीडी रेशियो बना हुआ है और इसको 50% धनात्मक तक ले जाने का निर्देश दिया गया है.
टर्म लोन की सुविधा देने की रणनीति बनाई गई
उपायुक्त ने कहा कि जितने भी कृषक इच्छुक हैं, उन्हें टर्म लोन की सुविधा देने की रणनीति बनाई गई है. विशेषकर पशुपालन, मत्स्य और कुक्कुट पालन के क्षेत्र में आवेदन जेनरेट करने के लिए एलडीएम सहित बैंकों के जिला प्रबंधकों को प्रेरित किया गया है. इस दौरान डीडीएम नाबार्ड की ओर से विशेषकर सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी संबंधी योजनाओं के विषय में जानकारी दी गई.