चाईबासा:सॉफ्टवेयर इंजीनियर आदिवासी युवती के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने 7 युवकों को गिरफ्तार किया है (Police arrested 7 youths in Chaibasa rape case). दुष्कर्म मामले में कुछ नाबालिग भी शामिल हैं. 20 अक्टूबर को 10 लोगों ने युवती के साथ दुष्कर्म किया था. इन युवकों की गिरफ्तारी में ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई है.
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आदिवासी युवती के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को लेकर ग्रामीणों ने कुछ युवकों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया. जिसके बाद पुलिस ने उन युवकों से पूछताछ की, जिसमें वे टूट गए और उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया है. इस घटना को अंजाम देने वाले बाकी युवकों की धरपकड़ जारी है. इसके लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है. चाईबासा पुलिस ने मुडियोदोल, सुंडीसाई और कुंडीबेरा के तीन युवकों को गिरफ्तार कर पूछताछ की. इनमें से कुछ युवकों को छोड़ दिया गया है. आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर पुलिस दिन रात एक कर अपराधियों को गिरफ्तार करने में लगी हुई थी. जिसका नतीजा है कि पुलिस घटना के तीसरे दिन 7 लोगों को गिरफ्तार करने में सफल हुई है.
20 अक्टूबर को पीड़िता अपने दोस्त के साथ पुराना चाईबासा स्थित एरोड्रम की ओर गई थी. उसी दौरान 9-10 युवक वहां पहुंचे और सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ रात करीब सात बजे दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इस वारदात के बाद पीड़िता की हालत खराब हो गई और उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. पीड़िता ने पुलिस को अपनी शिकायत में कहा कि वह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और वर्तमान में वह वर्क फ्रॉम होम कर रही है. वह चाईबासा के मुफस्सिल थानांतर्गत एक मोहल्ले में भाड़े के मकान में रह कर अपना काम करती है. वह शाम करीब 5.30 बजे अपने दोस्त के साथ स्कूटी से घूमने के लिए हवाई अड्डे के पास गई थी. यहां वह स्कूटी खड़ी कर दोस्त से बात करने लगी. शाम ढलने से हल्का अंधेरा हो गया था. इस बीच 10 युवक वहां आ गए और उससे मारपीट कर उसे सुनसान जगह पर खींच ले गए. यहां सभी ने दुष्कर्म किया.
इस दौरान युवकों ने पीड़िता और उसके दोस्त से युवकों ने मोबाइल और पांच हजार रुपये भी छीन लिए. युवती के बयान पर 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. पीड़िता की स्थिति गंभीर होने लगी तो सभी लड़के उसे वहां छोड़ कर भाग गए. पीड़िता किसी तरह से वहां से अपने घर आई और परिजनों को आपबीती बताई. इस घटना के बाद पुलिस ने एक एसआईटी बनाई थी, जिन्होंने छानबीन की और 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.