चाईबासा: पाकिस्तान की सेना से लोहा लेने वाले वीर शहीद अब्दुल हमीद की जयंती मनाई गई. बड़ी बाजार स्थित उर्दू लाइब्रेरी के स्मारक में शहीद अब्दुल हमीद की तस्वीर पर पुष्प अर्पितकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई.
वीर शहीद अब्दुल हमीद की जयंती मनी, शहीद वीर सपूत को दी गई श्रद्धांजलि - चाईबासा में शहीद वीर सपूत को श्रद्धांजलि दी गई
साल 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के अपनी अदम्य साहस से दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले वीर शहीद अब्दुल हमीद की जयंती पर चाईबासा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर बड़ी बाजार स्थित उर्दू लाइब्रेरी के स्मारक में शहीद अब्दुल हमीद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई.
साल 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के अपनी अदम्य साहस से दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले वीर शहीद अब्दुल हमीद की जयंती बड़ी बाजार उर्दू लाइब्रेरी स्थित स्मारक में मनाया गया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि विधायक दीपक बिरुवा ने स्मारक और शहीद अब्दुल हमीद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया. इस मौके पर विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि देश के लाल अब्दुल हमीद ने 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया था. युद्ध में इस वीर सपूत ने गोलियों से छलनी होते हुए भी पाकिस्तान के टैंकों को ध्वस्त कर दिए थे. जिन्हें उस वक्त अपराजेय माना जाता था. अब्दुल हमीद को मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया.
ये भी पढ़ें- अफीम से बदनाम जिले को लेमन ग्रास से करेंगे शुद्ध, खूंटी बनेगा मॉडल जिला: कृषि मंत्री
विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. शहीद अब्दुल हमीद ने किसी जाति-धर्म से बढ़कर देश की रक्षा के लिए अपना प्राण न्यौछावर कर दिया. इस कार्यक्रम में अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष खलीलुर्रहमान, सचिव फैयाज खान, संयुक्त सचिव अख्तर रुमानी, जेएमएम के केंद्रीय सदस्य सुभाष बनर्जी, अमीर मोअज्जम, जहांगीर मास्टर, तनवीर, एजाज आदि ने भी वीर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर मौलाना जहीर अहमद के नेतृत्व में हिंदुस्तान की हिफाजत, रक्षा के लिए सामूहिक दुआ भी की गई.