चाईबासा:झारखंड में सरकार के गठन के एक माह बाद मंगलवार को हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार हो गया. हेमंत कैबिनेट के पहले विस्तार में सात मंत्रियों ने शपथ ली है. झामुमो कोटे से पांच विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इनमें चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं. इस कम में झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की मंत्रिमंडल में कोल्हान के किसी भी विधयाक को शामिल नहीं किये जाने से आहत, हो समाज के लोगों ने अपने किसी भी आयोजन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित नही करके बहिष्कार करने का मन बनाया है.
हेमंत मंत्रिमंडल में पश्चिमी सिंहभूम को नहीं मिला प्रतिनिधित्व, लोगों में नाराजगी - Hemant Soren
हेमंत कैबिनेट के पहले विस्तार में सात मंत्रियों ने शपथ ली है, जिसमें कोल्हान के किसी विधायक का मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जाने से नाराज समाज के लोग मुख्यमंत्री का बहिष्कार करने की बात कह रहे हैं.
![हेमंत मंत्रिमंडल में पश्चिमी सिंहभूम को नहीं मिला प्रतिनिधित्व, लोगों में नाराजगी ple of the society angry over not being included in the cabinet](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5886904-thumbnail-3x2-dhee.jpg)
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क्या है आदिवासी महासभा के महासचिव का कहना
इस संबंध में आदिवासी महासभा के महासचिव मुकेश बिरूवा ने कहा कि मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र में मुश्किल से 8 से 10 हजार संथाल लोग हैं बाकी सभी हो समाज के हैं. उसके बावजूद भी हम लोगों ने जोबा मांझी को विधायक बनाया. चक्रधरपुर में मुश्किल से 5-7 हजार लोग ही उरांव है.उसके बावजूद भी हम लोगों ने सुखराम उरांव को विधायक बनाया, यह क्षेत्र पूरी तरह से हो बाहुल्य क्षेत्र है और हो समाज के लोगों के वोट से सभी विधायक ने चुनाव जीता है.लोकसभा चुनाव में भी एक ही सीट मिली थी उसके बावजूद भी यहां से पूरा समर्थन देकर जीत दिलाई गई.अगर सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती तो हम लोग अपने सामाजिक कार्यक्रमों में इस सरकार को आमंत्रित नहीं करेंगे बल्कि बहिष्कार करेंगे.हमारे वोट से ही विधायक जीते हैं. उसके बावजूद भी हमारा ही प्रतिनिधित्व करने वालों को नजरअंदाज किया जा रहा है और समाज का प्रतिनिधित्व नहीं होगा तो समाज आहत होगा.