चाईबासा: जिले के अनुमंडल अस्पतालों में कार्य कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को विगत 7 महीनों से वेतन नहीं दिए जाने और उनकी छंटनी करने को लेकर झारखंड राज्य आउटसोर्स कर्मचारी संघ अब गोलबंद हो रहे हैं. इन्हीं मुद्दों को लेकर चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल परिसर में झारखंड राज्य आउटसोर्स कर्मचारी संघ पश्चिमी सिंभूम जिला शाखा कमेटी की बैठक कमल प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक में उपस्थित आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने कहा कि सिविल सर्जन के माध्यम से हर ब्लॉक में चिकित्सा पदाधिकारी को आउटसोर्सिंग कर्मियों में कुछ कर्मी को तत्काल हटाने के लिए पत्र भेजा गया है.
आंदोलन के मूड में झारखंड राज्य आउटसोर्स कर्मचारी संघ, 7 माह से नहीं मिला वेतन - आंदोलन के मूड में झारखंड राज्य आउटसोर्स कर्मचारी संघ
चाईबासा में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को 7 महीनों से वेतन न मिलने और छंटनी करने को लेकर झारखंड राज्य आउटसोर्स कर्मचारी संघ अब प्रदर्शन करने के मूड में है. इसी क्रम में चाईबासा में झारखंड राज्य आउटसोर्स कर्मचारी संघ जिला शाखा कमेटी की बैठक आयोजित हुई. इस दौरान आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने अपने संघ का विस्तार करते हुए चक्रधरपुर प्रखंड कमेटी का गठन किया.
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प्रखंड कमेटी का गठन करने का आदेश
जिलाध्यक्ष अरविंद लोहार ने निर्देश दिया कि तीन दिनों के अंदर सभी प्रखंड कमेटी बैठक कर कमेटी का गठन करें. वहीं बैठक में सात माह का वेतन भुगतान करने समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि सभी सीएससी प्रभारियों के पास आउटसोर्सिंग कर्मियों की छटनी करने को लेकर पत्र भेजा गया है. इस कोरोना संक्रमण काल में सरकार के द्वारा गरीबों के बीच चावल आदि का वितरण किया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ अस्पतालों में वर्षों से अपना योगदान दे रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को हटाए जाने की प्रक्रिया की जा रही है. अगर किसी भी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को हटाया जाता है तो ऐसी स्थिति में संगठन आंदोलन करने को बाध्य हो जाएगा और न्याय के लिए कोर्ट की शरण में भी जाएंगे. इस मौके पर कृष्णा मुखी, मिथिलेश महतो समेत काफी संख्या में पश्चिमी सिंहभूम जिला के आउटसोर्सिंग कर्मचारी मौजूद रहे.