चाईबासा:बरकदाज टोली में शुक्रवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उरांव समाज ने वनभुजनी पूजा की. उरांव समाज के पुजारी फागु खलखो, सहयोगी शम्भु टोप्पो और चमरू लकड़ा की ओर से पूजा की गई. पुजारी ने क्षेत्र को हैजा, चेचक, मलेरिया और कोरोना जैसी महामारी से दूर रखने की कामना की. उरांव समाज के अखाड़े में ये पूजा अर्चना की गई.
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पुजारी दुर्गा उरांव ने दी जानकारी
पुजारी ने बताया कि पूजास्थल से छोटे बच्चे निर्वस्त्र होकर हाथ में डंडा लेकर पूरे मोहल्ले का भ्रमण करेंगे. सभी घरों से एक-एक हांडी निकालकर अपने आंगन के बाहर रखा जाएगा. इसके बाद निर्वस्त्र लड़के इन हांडियों को मोहल्ले में घूम-घूम कर फोड़ेंगे. हांडियों को फोड़ने के बाद बच्चे श्मशान और काली मंदिर में स्नान करके वस्त्र धारण करेंगे और अपने-अपने घर वापस लौट जाएंगे.
अगले दिन सुबह फोड़ी हुई हांडियों को मोहल्ले की महिलाएं उठाकर और घर की साफ-सफाई कर श्मशान काली मंदिर के एकांत स्थान पर फेंकेंगी. इसके बाद वो महिलाएं नदी में स्नान कर भीगे वस्त्रों में घर लौट आएंगी. इसके साथ ही उरांव समाज की वनभुजनी पूजा सम्पन्न होगी.
क्षेत्र की खुशहाली के लिए हर साल उरांव समाज करता है पूजा इस मौके पर समाज के मुखिया लालू कुजूर और सभी पदाधिकारी दुर्गा कुजूर, राजु तिग्गा, खुदिया कुजूर, विक्रम लकड़ा, सीताराम मुंडा, कृष्णा तिग्गा, विश्वनाथ कुजूर, पंकज टोप्पो, राजेन्द्र कच्छप, संजय कुजूर, सुनील बरहा, जगरनाथ लकड़ा, कृष्णा मुण्डा, लखन टोप्पो, टिंकु कोया, जगरनाथ टोप्पो, कृष्णा तिर्की, मनोज तिग्गा, हुरिया बरहा, बिरसा लकड़ा, रामु टोप्पो, शम्भु तिर्की, दीपक टोप्पो, निशांत मिंज, करण कश्यप, डीबी तिर्की, पिंटू कश्यप, करमा कुजूर, आकाश टोप्पो, दिलीप कश्यप, बजरंग कोया, दीपु टोप्पो, तुफान कुजूर, सुन्दर कश्यप, बहादुर लकड़ा, जगरनाथ कुजूर आदि मौजूद रहे.