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चाईबासा: क्वॉरेंटाइन सेंटर एवं ट्रांजिट होम का अधिकारियों ने किया निरीक्षण, प्रवासी मजदूरों को लेकर दिए ये निर्देश - Officials inspect Transit Home in Chaibasa

पश्चिमी सिंहभूम जिले में लॉकडाउन-4 में आने वाले प्रवासी मजदूरों को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सजग हैं. देश के चिन्हित 24 जिलों से आने वाले इस जिले के प्रवासी श्रमिकों को लेकर प्रशासन ने विशेष रणनीति बनाई है. इस संबंध में जिले के वरिष्ट अधिकारियों ने क्वॉरेंटाइन सेंटर एवं ट्रांजिट होम का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा भी लिया.

क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण.
क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण

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Published : May 23, 2020, 12:08 PM IST

Updated : May 24, 2020, 7:16 AM IST

चाईबासा: वैश्विक महामारी कोविड-19 में लॉकडाउन-4 के दौरान प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. इसी क्रम में जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा एवं उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन द्वारा संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर एवं ट्रांजिट होम का निरीक्षण किया गया.

क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण.

राज्य सरकार के निर्देशानुसार देश के चिन्हित 24 जिलों से आने वाले इस जिले के प्रवासी श्रमिकों को जांच रिपोर्ट आने तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने के निर्देश हैं.

जिले की सीमाओं में आने वाले प्रवासियों के पैदल आवागमन को रोकते हुए उनके रहने एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ट्रांजिट होम की व्यवस्था की गई है.

यहां से वाहन द्वारा उन्हें उनके संबंधित गंतव्य की ओर भेज दिया जाता है. उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि सभी ट्रांजिट होम और क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए तीन पारियों में दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है और पुलिस बल को भी तैनात किया गया है.

यहां आने वाले सभी प्रवासियों को भोजन और पानी की बेहतर व्यवस्था की गई है. शौचालय, साफ-सफाई, और सुरक्षा का प्रबंध जिला प्रशासन द्वारा किया गया है.

उपायुक्त ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों से बात हुई. उनके द्वारा व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्टि जताई गई. उन्होंने कहा कि कुछ जगह जो कमियां रह गई हैं और जांच के दौरान सामने आई हैं तुरंत उसके लिए व्यवस्था करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.

उन्होंने कहा कि आने वाले 7 दिन काफी महत्वपूर्ण हैं. ज्यादा से ज्यादा मजदूरों के अन्य राज्यों से आने की संभावना है. इस परिस्थिति में जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर, अनुमंडल स्तर और प्रखंड स्तर के सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर पर केवल और केवल 24 रेड जोन चिन्हित जिलों से आने वाले मजदूर को रखेंगे.

यहां पर मजदूरों का सही समय पर टेस्ट कराया जाएगा. कोरोना टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव आने के पश्चात् उनको पर्याप्त राशन सामग्री के साथ होम क्वॉरेंटाइन करने के लिए उनके घर भेजेंगे.

इनके अलावा जो अन्य जिलों से आने वाले मजदूरों अथवा नागरिक हैं डॉक्टर्स का सुझाव लेते हुए उचित निर्णय के अनुसार उनको होम क्वॉरेंटाइन कराएंगे.

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उपायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे किनकी एंट्री किस वक्त हुई है, का ध्यान रखें. क्वॉरेंटाइन केंद्रों में लगातार भोजन, शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें.

इस संबंध में सभी केंद्रों में एक मॉनिटर को भी प्रतिनियुक्ति किया गया है. कलेक्टर्स-फेलो के रूप में आउटसोर्सिंग द्वारा चयनित प्रोबेशनर्स को इन केंद्रों में मॉनिटरिंग का जिम्मा दिया गया है.

क्वॉरेंटाइन केंद्रों में मॉनिटर लगातार साफ-सफाई, भोजन, पेयजल, सैनिटाइजेशन, सामाजिक दूरी की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. कोई भी कमी होने पर व्हाट्सएप के माध्यम से कार्रवाई की जाती है.

उपायुक्त ने कहा कि केंद्रों में आने वाले मजदूरों की संख्या किसी को पता नहीं है. काफी संख्या में मजदूर देर रात को भी जिले में आते हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने के लिए उनकी जांच, सैनिटाइजेशन इत्यादि की समुचित व्यवस्था उचित समय में की जा सके इसके लिए सभी को हर समय तैयार रहने के लिए निर्देश दिया गया.

Last Updated : May 24, 2020, 7:16 AM IST

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