चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम में विस्फोटक और हथियार की लूट की घटना के बाद से पुलिस प्रशासन रेस है. इसको लेकर अलग अलग इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जिला एसपी आशुतोष शेखर के दिशा-निर्देश पर विभिन्न टीमों का गठन कर अलग अलग स्तर पर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा नक्सलियों के खिलाफ लगातार चल रहे अभियान को और धार देते हुए सुरक्षा बल चप्पे-चप्पे की तलाश ले रहे हैं.
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पश्चिमी सिंहभूम में हथियारों और विस्फोटकों की लूट की घटना की जानकारी मिलने के बाद किरीबुरू एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर ने जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान खोजी कुत्ता व मेटल डिटेक्टर से अभियान चलाया और घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने घटनास्थल से 3 डेटोनेटर और 1 कारतूस भी बरामद किया है. नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम देने के क्रम में सिर्फ डेटोनेटर और इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर की लूट की. वहां रखे एक्स्प्लोसिव जेल, बारूद को भी वहीं छोड़ दिया.
जिला में बड़ाजामदा ओपी थाना के बालजोड़ी एवं नोवामुंडी थाना क्षेत्र के मेरेलगड़ा बारूद भंडारण गृह (मैगजीन) में हथियारों की लूट हुई है. 100 से अधिक की संख्या में हथियार से लैस भाकपा माओवादियों ने 5 हजार से अधिक मात्रा में डेटोनेटर और इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर समेत कई सामान की लूट लिए हैं. भाकपा माओवादियों ने परमबालजोड़ी गांव के जंगल में अवस्थित डीके घोष कंपनी के बारूद और हथियार को भी लूट लिया. माओवादियों ने वहां कंपनी के मैगजीन पर गुरुवार की रात धावा बोल कर भारी मात्रा में डेटोनेटर और कोडेक्स विस्फोटक सामग्री लूट ली.
योजनाबद्ध तरीके से दिया घटना को अंजामः नक्सलियों ने इस लूट की घटना को अंजाम देने से पहले योजनाबद्ध तरीके से पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की फिर लूट की घटना को अंजाम दिया. नक्सलियों ने गुरुवार की रात 9 से 10 बजे के बीच डीके घोष के दो मैगजीन हाउस गोदाम से भारी मात्रा में डेटोनेटर और कोडेक्स फ्यूज हथियारबंद नक्सलियों ने लूट लिया. पहले बालजोडी के बारूद भंडारण गृह को लूटा फिर डेढ़ किलोमीटर चलकर मेरेलगड़ा बारूद भंडारण गृह (मैगजीन) को डेटोनेटर और कोडेक्स लूट लिया. नक्सलियों ने लूट की घटना को अंजाम देने के बाद मैगजीन के बाहर विस्फोटक की खाली पेटियां फेंक दी.
सुरक्षाकर्मियों के आंख पर पट्टी बांधकर लूटाः इस दौरान नक्सलियों ने बारूद भंडारण गृह की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को बंधक बनाया, सुरक्षाकर्मियों के हाथ और आंख पर पट्टी बांध दी. उनके पारंपरिक हथियार और ब्लूटूथ म्यूजिक सिस्टम भी नक्सली साथ ले गए. लूट की घटना को अंजाम देने से पहले नक्सलियों ने सड़क मार्ग लकड़ी डालकर जाम कर दिया. साथ ही वहां एक खाली बॉक्स रख दिया था. इतना ही नहीं नक्सलियों ने बारूद भंडारण गृह को लूटने के बाद कई पर्चा छोड़ा, पर्चा में जंगल मे लैंड माइंस लगे होने, ग्रामीणों और स्कूली बच्चों को इधर-उधर गतिविधियां नहीं करने, युद्ध अभियान चल रहा है, कृप्या यहां से वापस चले जाइए जैसी बातें लिखी गई थी.
पश्चिमी सिंहभूम में भाकपा माओवादी के द्वारा यह पहली बार नहीं है कि बारूद भंडारण गृह में लूट की घटना को अंजाम दिया है. ओडिशा के चांदीपोस में लगभग डेढ़ दशक पूर्व में भी नक्सलियों ने वन विभाग के चेकनाका के समीप से 12 टन बारूद से भरा ट्रक लूटकर सारंडा जंगल में भाग गए थे. नक्सलियों ने लूटे हुए बारूदों को सारंडा के तिरिलपोसी, टोयबो, गुंडीजोड़ा एवं बिटकिलसोय क्षेत्र के जंगलों में छुपाकर रख दिया था. जिसके बाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में नक्सलियों ने लुटे गए बारूदों का उपयोग कर विस्फोट की घटना को अंजाम दिया.