झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

CPI Maoist Poster: चाईबासा में नक्सली पोस्टर से दहशत का माहौल, पुलिस ने जब्त किए बैनर

चाईबासा में नक्सली पोस्टर से दहशत का माहौल हो गया है. पुलिस इसे भाकपा माओवादी का पोस्टर बता रही है. पुलिस ने सभी पोस्टर बैरन जब्त कर लिए हैं.

By

Published : Nov 27, 2021, 6:56 PM IST

Naxalite poster in Chaibasa
Naxalite poster in Chaibasa

चाईबासा:पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा व पोड़ाहाट के बीहड़ क्षेत्रों में शनिवार को भाकपा माओवादियों ने जमकर पोस्टरबाजी की और जगह जगह बैनर भी लगाए. चाईबासा में नक्सली पोस्टर से दहशत का माहौल हो गया है. पुलिस इसे भाकपा माओवादी का पोस्टर बता रही है. भाकपा माओवादियों ने शनिवार को सारंडा, किरीबुरू, छोटानागरा, बड़ाजामदा, सोनुआ और मनोहरपुर के कई इलाकों में पोस्टरबाजी की गयी और बैनर लगाए. जिस कारण लोग डरे सहमे हुए हैं.

ये भी पढ़ें-चाईबासा में खादी भंडार के कार्यालय के पास माओवादियों ने लगाया बैनर, भय के साए में ग्रामीण

चाईबासा में नक्सली पोस्टर से दहशत

नक्सल प्रभावित मेघाहातुबुरु मीना बाजार, बस स्टैंड, छोटानागरा, गुवा, रोवाम, नुईया, किरीबुरू, बड़ाजामदा के अलावा अन्य कई गांवों में पोस्टर और बैनर लगा हुआ देखा गया. नक्सलियों ने कुछ क्षेत्रों में मुख्य सड़कों पर भी बैनर लगाए. पोस्टर व बैनर लगाए जाने की सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंची और मुख्य सड़कों से बैनर व पोस्टरों को जब्त कर लिया. हालाकि ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर पोस्टर और बैनर लगा हुआ देखा गया है.

भाकपा माओवादी का पोस्टर

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा दो सप्ताह से सोनुआ व गोईलकेरा क्षेत्र में लगातार बैनर लगाये जाने के साथ-साथ पोस्टरबाजी की जा रही है. इस बीच बीती रात नक्सलियों ने सोनुआ के टुनियां बाजार व गोईलकेरा क्षेत्र में कुईड़ा के पास बैनर लगाने के साथ काफी संख्या पोस्टर फेंके हैं. घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. इसके अलावा नक्सलियों ने सोनुआ थाना मदांगजाहिर गांव ढीपासाई टोला में भी बिजली के पोल पर कई पोस्टर लगाये हैं.

नक्सलियों के द्वारा लगाए गए पोस्टर व बैनर में पीएलजीए के दो दशकीय वर्षगांठ के अवसर पर बड़े पैमाने पर युवक युवतियों की पीएलजीए में भर्ती करने की प्रक्रिया को तेज करने की बात कही है, आरएसएस के निर्देशन पर भाजपानीत केंद्र सरकार द्वारा किसान, मजदूर, छात्र नौजवानों, मानवाधिकार, सामाजिक कार्यकर्ताओं और वकीलों पर फासीवादी हमलों का तीव्र विरोध करने की बात लिखी गई है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details