चाईबासा: ईचा खरकाई बांध निर्माण को रद्द करने को लेकर सत्ताधारी दल झामुमो के सुर बदलाव और विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बयान पर अखिल भारतीय परिसंघ ने कहा कि पिछले दिनों चाईबासा परिसदन में विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने ईचा खरकाई बांध निर्माण को रद्द करने के बजाय योजना की समीक्षा करने की बात कही. जो कोल्हान के 126 गांव के विस्थापितों के लिए बुरी खबर है.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर का बयान ये भी पढ़ें-मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विभागीय अधिकारियों के साथ की बैठक, लंबित योजनाएं जल्द पूरी करने के निर्देश
ईचा खरकई बांध निर्माण का मुद्दा फिर गरमाया
बीर सिंह बिरूली महासचिव अखिल भारतीय परिसंघ पश्चिम सिंहभूम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहीं. उन्होंने कहा कि विस्थापितों को उम्मीद थी कि हेमंत सोरेन की सरकार जिस तरह से पिछले साल जन विरोध के बाद बांध निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया था. अब सरकार इसको रद्द करने की पहल करेगी. ऐसा लग रहा था कि झामुमो सदन में डैम को रद्द करने का प्रस्ताव लाएगी. लेकिन विभागीय मंत्री के बयान से सारे विस्थापितों के उम्मीदों पर पानी फेर दिया गया.
ईचा खरकाई बांध विरोधी संघ आंदोलनरत
मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बयान के बाद कोल्हान में फिर से डैम आंदोलन को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. पिछले 40 साल से जनहित में ईचा बांध के विरोध में कई सामाजिक संगठन, राजनीतिक दल और ईचा खरकाई बांध विरोधी संघ आंदोलनरत है. ऐसे में सरकार के विभागीय मंत्री की समीक्षा करने वाली बात अशोभनीय और निंदनीय है.