झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

चाईबासा में मिले 4 कोरोना संदिग्ध मरीज, आईसीएमआर प्रोटोकॉल के तहत हो रहा इलाज

चाईबासा में 4 कोरोना संदिग्ध मरीजों के मामले सामने आए हैं, सभी मरीजों को चक्रधरपुर के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां आईसीएमआर के प्रोटोकॉल के तहत सभी मरीजों का इलाज हो रहा है.

उपायुक्त अरवा राजकमल
उपायुक्त अरवा राजकमल

By

Published : May 23, 2020, 6:27 PM IST

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में 4 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. सभी पीड़ित मरीजों को चक्रधरपुर के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. मामले की जानकारी मिलते ही जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल और पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण किया और पीड़ित मरीजों की जानकारी ली.

देखें पूरी खबर

9 साल का बच्चा भी है कोरोना मरीज

इस दौरान उपायुक्त अरवा राजकमल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमित के चार मरीज कोविड-19 समर्पित अस्पताल में फिलहाल भर्ती हैं. सभी मरीजों में कोरोना संक्रमण के सिम्टम्स नहीं है. चारों मरीजों का इलाज कोविड-19 संबंधित अल्पताल में जारी है. इन संक्रमितों मरीजों में एक महिला मरीज भी शामिल है जिनका 9 दिनों का छोटा बच्चा भी है. उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीड़ित चारों मरीजों को बुखार, खांसी, सर्दी और इनंफ्लूएंजा की तरह के कोई लक्षण नहीं है.

ये भी पढ़ें-धनबाद: 4 छात्रावास क्वॉरेंटाइन सेंटर में तब्दील होंगे, डीसी ने जारी किए निर्देश

आईसीएमआर के प्रोटोकॉल के तहत हो रहा मरीजों का इलाज

उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीड़ित चारों मरीजों को बुखार, खांसी, सर्दी अथवा इन्फ्लूएंजा की तरह के कोई लक्षण नहीं है. डॉक्टरों की देखरेख में आईसीएमआर के प्रोटोकॉल तहत सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है और पूरे अस्पताल की व्यवस्था का निरीक्षण किया गया है. साथ ही साथ सुरक्षा और अन्य संसाधनों की बेहतर व्यवस्था परिसर में की गई है.

राज्य सरकार ने उपलब्ध कराया विशेष यंत्र

कोरोना मामलों का जल्दी से जल्दी परीक्षण करने के लिए एक यंत्र राज्य सरकार ने सदर अस्पताल में उपलब्ध कराया है. विशेष रूप से ऐसे मरीज जो सदर अस्पताल में भर्ती हैं. डॉक्टर, पुलिस जैसे फ्रंटलाइन वर्कर जो मरीजों को अपनी सेवा देने में आगे रहते हैं. वैसे लोगों को भी यदि किसी प्रकार के कोई लक्षण दिखते हैं, हाई रिस्क कांटेक्ट का केस है, या किसी तरह के संदिग्ध, तो उनके टेस्टिंग करने की व्यवस्था जिले में सुनिश्चित करेंगे. कोरोना नियंत्रण की दिशा में यह एक काफी कारगर कदम है. राज्य सरकार की तरफ से यह जो मदद मिल रही है. उससे हम सभी संदिग्ध मामलों का जल्द परीक्षण करवाएंगे और जहां कहीं भी कोरोना संक्रमण का मामला सामने आता है, तो जल्द से जल्द बेहतर इलाज कर उनको स्वस्थ किया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details