चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम में पुलिस की ओर से नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. दस दिन के अंंदर सोमवार को तीसरी बार चाईबासा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मठभेड़ हुई. जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत टाकुब के आस-पास जंगल पहाड़ी में पीएलएफआई और पुलिस जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस दौरान पुलिस जवानों को भारी पड़ता देख सभी पीएलएफआई उग्रवादी जंगल का सहारा लेते हुए भाग खड़े हुए.
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पुलिस अधीक्षक चाईबासा को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि प्रतिबंधित संगठन PLFI के एरिया कमांडर संतोष कांडुलना अपने कुछ दस्ता सदस्य के साथ पश्चिमी सिंहभूम जिला के बंदगांव थाना अंतर्गत ग्राम टाकुब के आस-पास जंगल एवं पहाड़ी क्षेत्र में भ्रमणशील है. उक्त सूचना के आधार पर झारखंड जगुआर असाल्ट ग्रुप- सुबोध सिंह मुंडा थाना प्रभारी बंदगांव, एएसआई संजय कुमार राय, डुंडुंर पुलिस पिकेट प्रभारी एवं सैट टीम जिला बल के द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा था.
इसी दौरान 16:30 बजे दोपहर में बंदगांव थाना अंतर्गत ग्राम टाकुब के आस-पास जंगल/पहाड़ी पर प्रतिबंधित संगठन PLFI के संतोष कांडुलना के दस्ता सदस्य की ओर से पुलिस टीम पर फायरिंग की गई. तब जबाबी करवाई में पुलिस पार्टी द्वारा भी फायरिंग की गई. जिसमें प्रतिबंधित संगठन PLFI के संतोष कांडुलना के दस्ता सदस्य भाग खड़े हुए. सर्च के दौरान पिट्ठू एवं उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले दैनिक समान बरामद हुए हैं. सर्च अभियान जारी है.
पहले भी हुए चाईबासा में नक्सली मुठभेड़
इससे पहले 26 और 27 नवंबर को भी लगातार दो दिन चाईबासा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मठभेड़ हुई थी. 26 नवंबर को को भी पश्चिम सिंहभूम जिले में गोइलकेरा थाना के सीमावर्ती क्षेत्र के अंतर्गत बनुमूली और दरकोरहटोला के बीच पहाड़ी पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. उस दिन भी पुलिस को भारी पड़ता देख भाग नक्सली भाग गए थे. पुलिस ने सर्च के दौरान प्रतिबंधित नक्सलियों का पिट्ठू बैग और अन्य दैनिक उपयोग के सामान भारी मात्रा में बरामद किया था. अगले दिन 27 नवंबर को भी गोइलकेरा के लेपा पहाड़ पर पीएलएफआई एवं पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. पुलिस जवान पीएलएफआई उग्रवादियों पर जवाबी कार्रवाई में भारी पड़े. नक्सली मुठभेड़ में पीएलएफआई के सदस्य जंगल और पहाड़ का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए थे.