चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि झारखंड सरकार की मंत्री जोबा मांझी की अध्यक्षता में चाईबासा समाहरणालय सभाकक्ष में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. महत्वपूर्ण रोड, पेयजल विभाग, विद्युत, महिला स्वयं सहायता समूह की देखरेख करने वाले जेएसएलपीएस इत्यादि के कार्यों की विवेचना जिले के पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श कर की गयी. इस बैठक में अनेक निर्णय लिए गए हैं. जिले के 662 गांवों में विद्युतीकरण किया जाएगा.
प्रवासी मजदूरों को रोजगार देना प्राथमिकता
उपायुक्त ने कहा कि बैठक में मुख्य बात यह रही कि कोरोना वायरस संकट काल में करीब 30 हजार की संख्या में प्रवासी मजदूर जिले में आ चुके हैं. उन सभी को कैसे रोजगार और आजीविका के साधन मुहैया कराए जाएं.
अभी की स्थिति में जब उनका क्वॉरेंटाइन का समय खत्म हो जाएगा तो रोजगार के लिए साधन उपलब्ध कराने होंगे. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भी विकास की गति को आगे बढ़ावा देने के लिए किस तरह की कार्रवाई की जानी है. इस संबंध में समीक्षा की गई है
कोविड-19 से निपटने स्वास्थ्य विभाग की रणनीति की समीक्षा
उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की इस बात पर प्रकाश डाला गया कि जिले में अभी तक कोरोना के संबंध में कितने मामले आए हैं, कितने व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है.
कोविड-19 के लिए स्वास्थ्य विभाग की बनाई गई स्ट्रेटजी के बारे में विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया गया. नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने वाली महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूरा होगा.
उपायुक्त ने कहा कि रोड के संबंध में विशेषकर सोनुआ गुदड़ी रोड, टोंटो रोवाम रोड जैसे महत्वपूर्ण सड़क निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में विचार विमर्श किया गया.
सारंडा, चाईबासा और पोड़ाहाट डिवीजन के डीएफओ बैठक में उपस्थित हुए. वन विभाग के साथ समन्वय बनाते हुए जल्दी से जल्दी महत्वपूर्ण सड़क विशेषकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने वाले जो सड़क मार्ग हैं उनको यथाशीघ्र पूरा करने का निर्णय लिया गया है.
क्षेत्र के सांसद अथवा विधायक की अनुशंसा और ग्राम सभा की मान्यता पर चापाकल मरम्मत-पेयजल विभाग के संबंध में चापाकल की मरम्मत संबंधी जो भी मामले आए हैं इस संबंध में सभी ने एक सामूहिक निर्णय लिया है.