चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में जिला परामर्शदात्री जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक हुई. बैठक में जिला अंतर्गत अवस्थित बैंकों के द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 के तृतीय त्रैमासिक (अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) के दौरान ऋण वितरण और बैंकों के सामंजस्य से संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के आमजनों को बैंक से जोड़ने के लिए विशेष पहल करने को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की गई.
इसे भी पढे़ं: सामाजिक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन, मानकी मुंडाओं ने ऑनलाइन न्याय पंच की शुरुआत को लेकर सीएम का जताया आभार
बैठक के दौरान डिविजनल जीएम, उद्योग शंभू शरण बैठा, जिला कृषि पदाधिकारी संतोष लकड़ा, जिला गव्य विकास पदाधिकारी जयंत रंजन, अग्रणी बैंक प्रबंधक लक्ष्मी नारायण लागुरी सहित सभी बैंकों के प्रबंधक प्रतिनिधि, जेएसएलपीएस जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेंद्र जारीका उपस्थित रहे. बैठक के दौरान उपायुक्त ने ऋण जमा अनुपात जो वर्तमान समय में 46.37% है, उसे बढ़ाकर इस त्रैमासिक सत्र में 50% करने, एनुअल क्रेडिट प्लान का प्रगति जो वर्तमान समय में 77.32% है, उसे शेष महीने में शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया.
आवेदनों का यथाशीघ्र निपटारा के लिए आवश्यक दिशा निर्देश
उपायुक्त ने बताया कि जिले में किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लक्ष्य के विरुद्ध 112% की प्रगति हुई है, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत प्राप्त कुल 79 आवेदनों में से 67 ऋण आवेदन स्वीकृत किए गए हैं और 26 फरवरी को जिला उद्योग केंद्र परिसर में ऋण वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बैठक में झारखंड ऋण माफी योजना और प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की भी विस्तृत रूप से समीक्षा की गई है, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक और झारखंड ग्रामीण बैंक को प्राप्त आवेदनों का यथाशीघ्र निपटारा करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.