चाईबासा: जिले में पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत बड़ा लगिया गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर और सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें बड़ालगिया पंचायत अंतर्गत सभी गांव के ग्रामीण, जन प्रतिनिधि, मानकी और मुंडा, ग्रामीण युवक और स्कूली बच्चे उपस्थित रहे.
टोंटो थाना अंतर्गत बाईहातू गांव के कैरा लागुरी सहित परिवार के 5 लोगों की सामूहिक नरसंहार से पुलिस की चिंता बढ़ गई, लेकिन इससे कहीं ज्यादा पुलिस उस बात से चिंतित है कि नरसंहार की घटना को अंजाम देने वालों ने 4 महीने तक पुलिस को दिग्भ्रमित किया. इससे अब एक बार फिर लगने लगा कि पुलिस और पब्लिक के बीच का रिश्ते में बड़ी खाई आ गई है. लिहाजा 4 महीने बाद बाईहातू की घटना का पटाक्षेप करने के ठीक दूसरे दिन पुलिस प्रशासन ने नक्सल प्रभावित सुदूर बड़ा लगिया गांव में पुलिस और पब्लिक के बीच पनपे उस खाई को पाटने का प्रयास किया है. सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम को राजीव रंजन सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान क्षेत्र) और अजय लिंडा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम ने संबोधित करते हुए सामुदायिक पुलिसिंग के उद्देश्यों को ग्रामीणों के सामने रखा. कार्यक्रम के दौरान डाक्टरों की टीम के ने काफी संख्या में ग्रामीणों का इलाज किया और दवा का वितरण किया.