चाईबासा: पुलिस मुठभेड़ में पीएलएफआई एरिया कमांडर मंगरा लुगुन (PLFI Area Commander Mangra Lugun) के मारे जाने से संबंधी मामले की सीआईडी जांच शुरू हो गयी है. मंगरा लुगुन के खिलाफ पश्चिमी सिंहभूम जिले में कुल 33 मामले दर्ज हैं. झारखंड सरकार ने उस पर 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी.
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2021 में मारा गया था मंगरा:16 दिसंबर 2021 की सुबह करीब 6:30 बजे गोइलकेरा थानांतर्गत सारूगोड़ा पंचायत के लेपा व रेड़दा जंगल में प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के एरिया कमांडर मंगरा लुगुन के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर थी, जिसकी जांच की जा रही है. जांच दल में सीआईडी के इंस्पेक्टर महेश प्रसाद रंजन के अलावा सब इंस्पेक्टर सतीश पूर्ति और जय प्रकाश शामिल हैं.
क्या हुआ था 16 दिसंबर को:दिसंबर 2021 में पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पीएलएफआई का मंगरा लुगुन अपने दस्ते के कुछ सदस्यों के साथ जिला के गोइलकेरा थाना अंतर्गत पंचायत सारूगोड़ा के बुरूबेरेंग, लेपा एवं रेड़दा के जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में भ्रमणशील है. इस सूचना के आधार पर चाईबासा जिला पुलिस एवं सीआरपीएफ 60 बटालियन क्यूएटी के द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा था. सर्च अभियान के दौरान 16 दिसंबर 2021 को प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के मंगरा लुगुन दस्ता सदस्य द्वारा चाईबासा पुलिस टीम एवं सीआरपीएफ 60 बटालियन क्यूएटी पर फायरिंग की गयी. जवाबी करवाई में पुलिस पार्टी द्वारा भी फायरिंग की गई. मुठभेड़ के दौरान पुलिस को भारी पड़ता देख प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के सदस्य भाग खड़े हुए. मुठभेड़ के बाद सर्च के दौरान एक प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई सदस्य का शव बरामद हुआ था, जिसकी जिसकी पहचान पीएलएफआई के एरिया कमांडर मंगरा लुगुन के रूप में की गई थी और सर्च के दौरान एक एके-47, जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन, पिट्ठू, कंबल एवं अन्य दैनिक उपभोग के सामान बरामद हुआ था.