चाईबासा: झारखंड में दूसरे चरण का चुनाव 7 दिसंबर को होना है. ऐसे में विभिन्न राजनीतिक दल के लोग अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने के लिए विधानसभा क्षेत्रों का दौरा और जनसभा कर रहे हैं.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मनोहरपुर चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र में जनसभाओं को संबोधित किया. चक्रधरपुर के बीजेपी प्रत्याशी लक्ष्मण गिलुआ और मनोहरपुर के प्रत्याशी गुरुचरण नायक के पक्ष में वोट मांगा.
इस दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उनके साथ जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो, 20 सूत्री प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद मौजूद रहे. उन्होंने सभा में उपस्थित विधानसभा के ग्रामीणों से बीजेपी प्रत्याशियों को वोट देने की अपील की.
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पहले 6 और 12 महीने की सरकार होती थी
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अलग राज्य होने के बाद जो सरकारें चला करती थी वह मात्र 6 और 12 महीने की सरकार होती थी. जिस कारण कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी 14 सालों तक सरकार चलाते हुए राज्य के संसाधन को लूटने का काम किया. कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल की सरकार से जनता में हताशा आ गई थी और उन्हें जरुरत थी राज्य में एक स्थिर सरकार की. 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर राज्य की सवा तीन करोड़ एक मजबूत सरकार बनाई और स्थिर सरकार होने के कारण पहली बार बाजेपी की सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया.
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विपक्ष ने आदिवासी समाज के लिए कोई काम नहीं किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल्हान क्षेत्र से लोगों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक बनाने का काम किया, लेकिन जो एक विधायक की जिम्मेदारी लोगों के प्रति होनी चाहिए उन विधायकों ने अपनी जिम्मेदारी निभाने का काम नहीं किया. कांग्रेस जेएमएम के लोग 55 साल से भी ज्यादा राज किए, लेकिन उसके बावजूद भी गरीब आदिवासी मूलवासी कि जिंदगी में बदलाव नहीं आया. आदिवासी समाज को बहला-फुसलाकर उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर अपनी मत पेटी भरने का काम किया और भगवान भरोसे आदिवासियों को छोड़ने का काम किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार हमारी सरकार ने संथाली भाषा को मान्यता देते हुए ओल चिकी भाषा में रेलवे स्टेशन में अनाउंसमेंट हो रहा है. 1 से लेकर 5वीं क्लास के बच्चे संथाली भाषा में पढ़ाई पढ़ रहे है और इसी तरह हम लोगों ने घोषणापत्र में भी यह जारी किया है कि हो जाति के वरंग क्षिती लिपि के गुरू लोको बोदरा की विशाल प्रतिमा चल भाषा में स्थापित हमारी सरकार करेगी.
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आदिवासी मुख्यमंत्री ने मातृभाषा का सम्मान नहीं किया
झारखंड राज्य में इतने आदिवासी मुख्यमंत्री बने लेकिन अपनी मातृभाषा संथाल और हो की समृद्धि के लिए या फिर ओल चिकी के गुरु रघुनाथ मुरमू और वारंग चिति लिपि के गुरु लोको बोदरा को सम्मान देने का काम नहीं किया.
झारखंड मुक्ति मोर्चा का सालों से एक ही काम है झारखंड को लूटना, इसलिए लोग जेएमएम को झारखंड मुद्रा मोचन पार्टी के नाम से बुलाते है. जेएमएम जब भी सत्ता में आई तो मात्र लूटने का काम किया. उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर के जेएमएम विधायक ने हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया कि चक्रधरपुर विधानसभा सीट की टिकट उन्होंने 50 करोड़ में बेच दी है. झारखंड 1993 में ही मिल गया होता, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड की अस्मिता को दो-दो करोड़ में बेचने का काम किया.
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आंदोलनकारियों को दिया सम्मान
मुक्यमंत्री ने भरी जनसभा को झारखंड मुक्ति मोर्चा से सावधान रहने को कहा, उन्होंने कहा कि हमेशा से झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंड को बेचने का काम किया है. जेएमएम के मुख्यमंत्री बने लेकिन आंदोलनकारियों की सुध नहीं ली, लेकिन हमारी सरकार आने पर हम ने हजारों आंदोलनकारियों को 3000 और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान देने का काम किया. मुखौटा लगाकर आदिवासियों के नाम पर सबसे ज्यादा शोषण करने वाला पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा है. जिन्होंने आंदोलनकारियों को भी भूलने का काम किया.