चाईबासा: जिले के चक्रधरपुर शहर के बड़ा काली मंदिर में चैती दुर्गा पूजा को लेकर बुधवार को कलश शोभायात्रा निकाली गई. इस अवसर पर कलश स्थापना कर मां दुर्गा की सैकड़ों श्रद्धालुओं द्वारा पूजा की गई. कलश यात्रा से पहले पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया. इसके बाद कुल 108 महिला और युवतियां संजय नदी पहुंची. जहां मुक्ति नाथ महादेव घाट से कलश में जल भरा. पूरे आस्था के साथ धूमधाम से निकल कलश यात्रा में कलश लेकर महिलाएं और युवतियां शामिल हुईं.
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नवरात्र के प्रसिद्ध भजनों और भक्तों के जयघोष से पूरा चक्रधरपुर शहर गुंजायमान रहा. कलश यात्रा में शामिल लोग जय दुर्गे, जय भवानी उद्घोष कर रहे थे. कलश यात्रा में भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था. सभी के मन में आदि शक्ति के प्रति श्रद्धाभाव झलक रहा था. नवरात्र को लेकर निकले कलश यात्रा का दृश्य अलौकिक छटा बिखेर रहा था. यह यात्रा पूरी तरह से पारंपरिक रूप से निकली.
कलश यात्रा जिन-जिन इलाकों से गुजरी उन क्षेत्रों में भक्तों के गगनभेदी जयघोष से माहौल भक्तिमय नजर आया. घर में रह रही महिला और बच्चे कलश यात्रा को देखने बाहर घर से बाहर निकल आए. सिर पर कलश मुख में मां भगवती का जयकारा लगाते हुए महिलाएं व युवतियां शहर के पुराना बस्ती, राजबाडी रोड़ होते पवन चौक पहुंची. बाद में कलश यात्रा नेशनल हाइवे 75 ई, रांची-चाईबासा मार्ग होते हुए बड़ा काली मंदिर दुर्गा स्थान पहुंची. नवरात्र के पहले दिन भक्तों ने मां शक्ति के पहले स्वरूप शैल पुत्री की आरधना की. इसके साथ ही पूजा पंडालों, मंदिरों व घरों में दुर्गा सप्तशती के मंत्र गूंज रहे हैं. जिससे संपूर्ण क्षेत्र में वातावरण आनंदमय हो चला है.