चाईबासा: झारखंड में विधानसभा चुनाव के आसार नजदीक आते देख झारखंड राज्य की संवैधानिक पदों पर बैठे नेताओं को अपना पद प्रतिष्ठा और रसूक की कमी होने की नाराजगी साफ दिखाई देने लगी है.
ऐसा ही मामला झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष कमाल खान के साथ भी देखने को मिला है. जब वे रांची से रवाना होकर अल्पसंख्यक आयोग से जुड़े तमाम योजनाओं की जानकारी लेने और उसे धरातल पर उतारने की दिशा में किए जा रहे प्रयास की जानकारी लेने चाईबासा पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें ना तो सम्मानित किया गया और ना ही लाओ लश्कर के साथ उनकी काफिले को पुलिस बल के द्वारा सकॉट किया गया.
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स्कॉट पार्टी पूरी तरह से निष्क्रिय
चाईबासा जिला प्रशासन के द्वारा उनके साथ की गई यह रुसवाई उन्हें नाग्वार गुजरा और परिसदन पहुंचते ही उन्होंने पदाधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए डांट-फटकार लगाना शुरु कर दिया, साथ ही उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष पद की गरिमा और गंभीरता को भी पदाधिकारियों को भी स्मरण कराया. उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पूरे शहर में आगमन के दौरान स्कॉट पार्टी पूरी तरह से निष्क्रिय रही, जिससे उनकी जान-माल की क्षति पहुंच सकती थी. पत्रकारों ने जब उनकी नाराजगी पर सवाल किया तो वे अपनी बातों से पलट गए और अपने बयान पर लीपा-पोती करने में जुट गए.