चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग के प्रति रोष प्रकट किया है. ग्रामीणों ने बिजली कटौती का विरोध किया है. इसे लेकर मंगलवार (11 अप्रैल ) को अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के बैनर तले विभाग के खिलाफ हल्ला बोला है.
Chaibasa News: आदिवासी महासभा ने बिजली विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा, की जमकर नारेबाजी - पश्चिमी सिंहभूम समाचार
अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया है. इसे लेकर महासभा ने रैली निकाल कर विरोद्ध जताया है.
इससे पूर्व अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने शहर के मुख्य सड़कों पर रैली निकाली. उसके बाद बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया.
ये है पूरा मामला:गौरतलब है कि बिजली विभाग को इससे पूर्व के दिनों में भी ग्रामीणों के द्वारा अधिक बिजली बिल भेजे जाने की शिकायत की थी. लेकिन बिजली विभाग के द्वारा लगातार अनुमानित बिजली बिल से अधिक बिल भेज रहे हैं. जिससे लगभग ग्रामीण परेशान हैं. यही कारण है कि बिजली विभाग की इस कार्यशैली से परेशान होकर ग्रामीणों ने आज खपरसाई स्थित बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव किया और जमकर प्रदर्शन किया.
सता रहा जेल जाने का डर: अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि बिजली विभाग के द्वारा एक-एक ग्रामीण के पास 15 से 85 हजार रुपए का बिजली विभाग ने बिल भेजा है. जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं. उनको डर है कि अनुमानित राशि के अधिक बिजली विभाग द्वारा भेजे जा रहे बिल का भुगतान नहीं करने की स्थिति में कही उनको जेल ना जाना पड़े, उन्हें इस बात का डर सता रहा है. उन्होंने कहा कि बिना मीटर राइडिंग के बिजली विभाग ने बिल कैसे भेज दिया और आज बिजली बिल वसूली को लेकर लोगों पर मामला दर्ज किया जा रहा है. कहा कि मुख्यमंत्री ने 100 यूनिट बिजली फ्री में देने का बात की थी. लोग 100 यूनिट फ्री बिजली का लाभ नही ले पा रहे हैं.