चाईबासा: भाजपा के पूर्व झारखंड प्रदेश अध्यक्ष और सिंहभूम के पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा का बुधवार देर रात ढाई बजे निधन हो गया. 22 अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने के बाद टाटा मोटर्स अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में रखा गया था. उनके निधन पर स्थानीय नेताओं ने अपूरणीय क्षति करार दिया है. 2019 में गिलुवा के पक्ष में वोट मांगने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आए थे.
झारखंड के नेताओं ने प्रकट की संवेदनाएं
गिलुआ का जन्म 22 दिसंबर 1964 को हुआ था. परिवार में उनकी पत्नी मालती गिलुवा के अलावा दो बेटे और एक बेटी हैं. परिवार के बाकी सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनका घर पर इलाज कराया जा रहा है. लक्ष्मण गिलुवा के निधन के बाद सिंहभूम सहित पूरे झारखंड के भाजपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है. लक्ष्मण गिलुवा के निधन पर झारखंड के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं.
ये भी पढ़ें-CM हेमंत सोरेन ने ली कोरोना वैक्सीन की पहली डोज, लोगों से की टीका लगवाने की अपील
गिलुवा का राजनीतिक सफर
कोल्हान की राजनीति में लक्ष्मण गिलुवा लगभग 3 दशक से सक्रिय थे. इस क्षेत्र में भाजपा को ऊंचाई तक पहुंचाने का श्रेय लक्ष्मण गिलुवा को जाता है. 1995 में पहली बार उन्होंने विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा और जीता. इसके बाद 1999 में सिंहभूम संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और विजय सिंह सोय को हरा कर जीत हासिल की. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से उनका गहरा नाता था. लक्ष्मण गिलुवा दो बार विधायक और दो बार सांसद चुने गए. 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.