चाईबासा: गुदड़ी के बुरुगुलीकेरा नरसंहार और गुदड़ी में गर्भवती महिला की मौत के मामले में भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार को आदिवासी विरोधी बताया है. सोनुआ वनविश्रामागार में पूर्व सांसद सह भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा और अन्य भाजपा नेताओं ने राज्य की हेमंत सरकार की जमकर खिंचाई की.
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मौके पर पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि गुदड़ी के बुरुगुलीकेरा नरसंहार के पीड़ितों को अबतक मुआवजा नहीं मिलना और गुदड़ी में एम्बुलेंस नहीं पहुंचने से गर्भवती महिला की मौत राज्य की हेमंत सोरेन सरकार की विफलता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि बुरुगुलीकेरा नरसंहार में सात आदिवासियों की हत्या का मामला राज्य से राष्ट्रीय स्तर और अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में रहा. लेकिन राज्य सरकार की ओर से नरसंहार के पीड़ितों को अबतक मुआवजा नहीं दिया गया है. स्थानीय विधायक जोबा माझी भी स्वयं आदिवासी होते हुए भी नरसंहार पीड़ितों को मुआवजा या नोकरी दिलाने के लिये आवाज नहीं उठा रही हैं. इसे यह साबित होता है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्थानीय विधायक जोबा माझी आदिवासी विरोधी हैं.
गुदड़ी में गर्भवती महिला लिये एम्बुलेंस नहीं भेज पाना सरकार की विफलता
पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि भाजपा की रघुवर सरकार ने राज्य के हर क्षेत्र में गरीबों और मरीजों की सुविधा के लिये तीन सौ से अधिक 108 एम्बुलेंस दिया था. लेकिन गुदड़ी की गर्भवती महिला को एम्बुलेंस नहीं भेज पाना राज्य सरकार की विफलता को दर्शाता है. पूर्व सांसद ने कहा कि हेमंत सरकार आदिवासियों के वोट से जीतकर सरकार बनाई है, लेकिन आदिवासियों के हित में कोई काम नहीं कर रही है.
चुनावी वादे पूरा नहीं कर रही है हेमंत सरकार
पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार चुनावी वादे पूरा नहीं कर रही है. हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव के दौरान पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं को नियमित करने के अलावा 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाने, पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण देने समेत अन्य कई वादे किये थे. इन वादों को पूरा करने के लिये सरकार अबतक कोई काम नहीं कर रही है. सरकार हर मोर्चे पर विफल है और यह सरकार जबतक रहेगी राज्य के साथ ही आदिवासियों और मूलवासियों का नुकसान होगा. इसलिये इस सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिये.
सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी
पूर्व विधायक गुरुचरण नायक, भाजपा नेता शिवा बोदरा, अमित अंगरिया, कुजरी केराई, दिनेश सुरीन, रामेश्वर तैसुम आदि ने भी संबोधित किया और राज्य सरकार का खिंचाई करते हुए आंदोलन की चेतावनी दिया. पूर्व विधायक और अन्य भाजपा नेताओं ने बुरुगुलीकेरा नरसंहार के पीड़ितों को 25-25 लाख का मुआवजा के साथ सरकारी नोकरी देने, पिछली सरकार के बंद किये गये योजनाओं का काम शुरू करने, बेरोजगारों को रोजगार देने और चुनावी वादे पूरा करने की सरकार से मांग किया.