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वन्य प्राणी सप्ताह की हुई शुरुआत, वन्य जीव सुरक्षा के विषय में लोगों को अधिक जागरूक करने का है प्रयास

झारखंड सरकार की ओर से 2 से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह 2020 की शुरुआत की गई है. इस अवसर पर उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि वन्य जीव सुरक्षा के विषय में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए इस बार सरकारी भवनों पर वॉल पेंटिंग कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है.

वन्य प्राणी सप्ताह की हुई शुरुआत
Beginning of Wildlife Week 2020 in Jharkhand

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Published : Oct 3, 2020, 9:40 AM IST

चाईबासा: झारखंड सरकार की ओर से 2 से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह 2020 की शुरुआत की गई है. इस दौरान उपायुक्त अरवा राजकमल ने वन्य प्राणियों के चित्र पर रंग भरकर वन्य प्राणी सप्ताह की शुरुआत की. जिला समाहरणालय से लेकर वन भवन तक सभी सरकारी भवनों की दीवारों पर वॉल पेंटिंग के जरिए वन्य प्राणियों के साथ संवेदनशीलता का संदेश भी दिया गया.

वन्य प्राणियों के प्रति बढ़ेगी संवेदनशीलता

राज्य के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से वन्यप्राणी सप्ताह 2020 मनाया जा रहा है. यह आयोजन 2 से 8 अक्टूबर कर किया जाएगा. वन्य प्राणी सप्ताह 2020 का आगाज शनिवार को चाईबासा परिसदन में उपायुक्त, आरक्षी अधीक्षक, सभी वन प्रमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की उपस्थिति में किया गया. इस अवसर पर उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि वन्य जीव सुरक्षा के विषय में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए इस बार सरकारी भवनों में वॉल पेंटिंग के रूप में कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में यह एक सकारात्मक पहल है. हर साल वन विभाग की ओर से रैली और स्कूलों में विभिन्न प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाता रहा है. जिले के सरकारी भवनों की दीवारों पर एक अच्छा संदेश देखने को मिलेगा, जिससे लोगों के मनो-मस्तिष्क पर वन्य प्राणियों के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ेगी.

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आदिवासी बाहुल्य जन जीवन में वन्यजीवों के साथ एक बेहतर संबंध

उपायुक्त ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम ऐसा जिला है, जहां क्षेत्रफल की दृष्टि से सर्वाधिक वन्य क्षेत्र अवस्थित है और यहां के वन प्रदेश बड़ी संख्या में वन्यजीवों को आश्रय प्रदान करते हैं. जिले के आदिवासी बाहुल्य जन जीवन में वन्यजीवों के साथ एक बेहतर संबंध था. जैसे-जैसे शहरीकरण बढ़ता गया. वन से दूरी भी बढ़ती गई. आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से वनों की परिधि सिमटने, खनन गतिविधियों के बढ़ने और अनेक कंपनियों के कार्यों से वन्यजीवों को नुकसान पहुंचने की संभावना कभी भी बनी रहती है. इसलिए लोगों में जागरूकता के साथ-साथ वन्य प्राणियों के साथ आत्मीयता के संबंध को बढ़ाने के लिए हर साल यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है.

वन्य प्राणी सप्ताह का आयोजन

चाईबासा वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यम कुमार ने कहा कि लोग वन और वन जीवों के प्रति संवेदनशील बनें. स्कूली बच्चे, छात्र-छात्राएं और आम नागरिकों को वन्य प्राणियों के बारे में अधिक से अधिक पता चले और उनके संरक्षण के लिए वे भी अपने स्तर से काम करें. उन्होंने कहा कि इस साल भी वन्य प्राणी सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. कोविड-19 के समय को देखते हुए किसी तरह की रैली अथवा स्कूलों में किए जाने वाले पेंटिंग, डिबेट, एक्सटेंपोर कंपटीशन का आयोजन नहीं होगा. इस साल आयोजित होने वाले वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान वॉल पेंटिंग के माध्यम से लोगों में वन्य जीवन के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता को जाग्रत करने का कार्य किया जाएगा.

वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यम कुमार ने कहा कि इस कार्य में टाटा स्टील से भी सहयोग प्राप्त होगा और चाईबासा वन प्रमंडल और टाटा स्टील के संयुक्त तत्वावधान में जिला समाहरणालय से लेकर वन भवन तक सभी सरकारी भवनों की बाहरी दीवार पर पेंटिंग की जाएगी. कोविड-19 की वर्तमान स्थिति में सुधार आने के उपरांत वाइल्डलाइफ रन अथवा साइकिलिंग आयोजित करने की बात वन पदाधिकारी ने कही.

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