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चाईबासा: मनरेगा की तीनों योजनाओं का पूर्णतया होगा क्रियान्वयन, बड़े पैमाने पर मिलेगा रोजगार - चाईबासा में 'पोटो हो' खेल विकास योजना

चाईबासा में मनरेगा के तहत 3 योजनाओं और बिरसा हरित ग्राम योजना, 'पोटो हो' खेल विकास योजना और नीलाबंर-पीताबंर जल समृद्धि योजना को प्राथमिकता के तौर पर जिला में लिया जाना है. इसी कड़ी में उपायुक्त ने लोगों को स्थाई आय का स्रोत उपलब्ध कराने के लिए जानकारी दी.

Job creation in Chaibasa
चाईबासा में रोजगार का सृजन

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Published : Jun 23, 2020, 4:43 AM IST

Updated : Jun 23, 2020, 5:50 AM IST

चाईबासा: मुख्यमंत्री से लोकार्पित तीनों योजनाओं में पश्चिमी सिंहभूम जिला बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सतत प्रयासरत है. झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुसार मनरेगा के तहत 3 योजनाओं और बिरसा हरित ग्राम योजना, 'पोटो हो' खेल विकास योजना और नीलाबंर-पीताबंर जल समृद्धि योजना को प्राथमिकता के तौर पर जिला में लिया जाना है.

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3,971 एकड़ पर योजना की नयी है निर्गत

इसी कड़ी में जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिला में इस वित्तीय वर्ष में पूरे राज्य में सबसे ज्यादा योजना बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत ली गई हैं. वर्तमान में कुल 3,971 एकड़ पर योजना निर्गत की गयी है, जिसमें 2,341 एकड़ पर योजना पर कार्य संचालित है. उन्होंने कहा कि इसी कार्य को आगे बढ़ाते हुए 4 से 5 हजार एकड़ तक निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के बाद प्रति एकड़ 50 हजार से लेकर 1 लाख तक प्रति वर्ष की आय किसानों को होगी.

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डीडीसी ने बताया कि जिले में एक समानांतर अर्थव्यवस्था के निर्माण कार्य में लगे हुए हैं, जिससे हमारे प्रवासी श्रमिक बंधु वापस लौटे हैं या जो पूर्व से यहां किसानी का कार्य कर रहे हैं. उन सभी को एक स्थाई आय का स्रोत विकसित करने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि अगर 3 से 5 वर्ष में इनके सहयोग से लगाये गये आम का पौधा फल देने लगेगा, तो जीवन भर इन्हें कुछ करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और हर वित्तीय वर्ष में उन्हें एक स्थाई आय का स्रोत उपलब्ध रहेगा.

डीडीसी ने वीर शहीद 'पोटो हो' खेल विकास योजना के संबंध में जानकारी दी उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इस जिले के लोग खेल के प्रति जागरूक हैं और हमारी सभ्यता और संस्कृति में खेलकूद शामिल है. उन्होंने बताया कि पूरे जिले में कई ऐसे खेल मैदान दिखेंगे. जिसे गांव वालों ने मिलकर खुद के मेहनत से बनाया है. राज्य के मुख्यमंत्री ने एक अच्छी योजना चालू की है और यही खुशी की बात है कि इसी जिले के वीर शहीद 'पोटो हो' के नाम पर खेल विकास योजना को संचालित किया जा रहा है.

57 योजनाओं पर जारी है कार्य

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का यह प्रयास होगा कि पूरे राज्य में से ज्यादा खेल मैदान मनरेगा के तहत कन्वर्जेंस में 14वें वित्त और खेल विकास विभाग के मद से कन्वर्जेंस में शौचालय और चेंजिंग रूम का निर्माण करवाते हुए, लगभग 200 से ज्यादा खेल मैदान निर्माण कार्य जिले में रखा गया है. वर्तमान में जिले में इस योजना अंतर्गत 129 योजनाओं को स्वीकृति दी गई है, जिसमें 57 योजनाओं पर कार्य जारी है.

क्या है जिला उपायुक्त का कहना

नीलाबंर-पीताबंर जल समृद्धि योजना के संबंध में जानकारी देते हुए उप विकास आयुक्त ने बताया कि जैसा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला एक पठारी क्षेत्र है और यहां जलस्तर काफी नीचे है और रन ऑफ वाटर जो पानी बह कर निकल जाता है. उसका प्रतिशत बहुत ज्यादा है. उन्होंने बताया कि इसी को ध्यान में रखते हुए जिले में नालों का जीर्णोद्धार, लूज बोल्ट चेक डैम का निर्माण काफी संख्या में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जैसा कि "पानी रोको- पौधा रोपो" का जो आह्वान है. उसे पूरा करने का प्रयास प्रशासन कर रहा है और आशा है कि इस कार्य में भी पश्चिमी सिंहभूम जिला का बेहतर रहेगा.

Last Updated : Jun 23, 2020, 5:50 AM IST

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