सिमडेगा: हॉकी की नर्सरी है सिमडेगा. यही वजह है कि हॉकी यूनिट ऑफ तमिलनाडु ने अपने महिला हॉकी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के लिए सिमडेगा भेजा और 23 दिनों तक खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग ली. इस दौरान हॉकी खेल की एक एक बारीकियों को सीखा और सिमडेगा जूनियर टीम के साथ मैच भी खेला.
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एक मार्च को तमिलनाडु महिला हॉकी टीम के कोच और मैनेजर सहित 25 सदस्यों वाली जूनियर महिला टीम सिमडेगा आई. इन 23 दिनों में तमिलनाडु की टीम ने सुबह, शाम, दोपहर प्रत्येक दिन 6-7 घंटे मैदान में अभ्यास किया. इस दौरान झारखंड जूनियर महिला टीम, एसटीसी सिमडेगा की महिला और पुरुष टीम, जिला महिला और पुरुष टीम के साथ मैच भी खेला. ट्रेनिंग खत्म होने के बाद अभ्यास के उपरांत शाम में तमिलनाडु और सिमडेगा के खिलाड़ी एक दूसरे के भाषा और संस्कृति से अवगत हुए. इस ट्रेनिंग के बाद तमिलनाडु की टीम सिमडेगा से जूनियर राष्ट्रीय महिला हॉकी चैंपियनशिप में भाग लेने आंध्रप्रदेश के लिए रवाना हो गई.
ट्रेनिंग के दौरान तमिलनाडु के कई खिलाड़ी कुछ हिंदी तो सिमडेगा के खिलाड़ी तमिल भाषा भी बोलने लगे. वहीं तमिलनाडु के खिलाड़ियों ने स्थानीय बाजार से हॉकी स्टिक, जूता और ट्रैक शूट आदि की खरीदारी की. तमिलनाडु की टीम को हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी और कोच प्रतिमा बरवा ने विदा किया. तमिलनाडु टीम के कोच होनेस्ट राजा ने कहा कि यहां काफी कुछ हॉकी की बारीकियों को सीखा है. उन्होंने कहा कि सिमडेगा के लोग काफी अच्छे और मददगार भी हैं.