सिमडेगा: हॉकी, आर्चरी में झारखंड का नाम रौशन करने के बाद झारखंड की बेटी अब फुटबॉल में अपना जलवा बिखेरेगी. बांग्लादेश में 08 से 22 दिसंबर तक आयोजित अंडर-19 वूमन चैंपियनशिप 2021 के लिए भारतीय महिला फुटबॉल टीम में सिमडेगा की पूर्णिमा कुमारी का चयन हुआ है. टीम में सेलेक्शन के बाद पूर्णिमा बांग्लादेश के लिए रवाना हो गई है.
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बेहद गरीब है पूर्णिमा का परिवार
अंडर-19 टीम में चयनित पूर्णिमा बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है. उसकी मां का देहांत हो चुका और पिता जीतू मांझी भी काफी वृद्ध हैं. पूर्णिमा का पूरा परिवार बड़ी बहन मनमैंत कुमारी और छोटा भाई बलदेव मांझी के सहयोग से चल रहा है. इतनी गरीबी के बावजूद पूर्णिमा ने जिस हौसले के साथ अपने सपने को साकार करने की कोशिश की है वह काबिलेतारीफ है. वर्तमान में वह आवासीय बालिका फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र खेल की ट्रेनिंग ले रही है. खेल के दौरान उसके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए उसे भारतीय टीम में शामिल किया गया है.
सिमडेगा में नहीं है प्रशिक्षण केंद्र
हॉकी की नर्सरी के रूप में अपनी पहचान बना चुके सिमडेगा में फुटबॉल के लिए कोई प्रशिक्षण केंद्र नहीं है. 2016 में फुटबॉल खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखकर व्यक्तिगत प्रयास से यहां पर महिला फुटबॉल एवं एथलेटिक खिलाड़ियों को अखबार में विज्ञापन निकालकर ट्रायल कराया गया था और कुछ प्रतिभावन खिलाड़ियों को चयनित कर आवासीय प्रशिक्षण केंद्र हजारीबाग ट्रायल में भेजा गया था. जहां से सिमडेगा की पूर्णिमा सहित 4 खिलाड़ियों का चयन फुटबॉल एवं तीन खिलाड़ियों का चयन एथलेटिक्स में हुआ था. मुश्किल हालात के बावजूद अंडर-19 फुटबॉल टीम में जगह बनाकर पूर्णिमा ने साबित कर दिया कि अगर लगन सच्ची हो तो किसी भी उपलब्धि को हासिल किया जा सकता है.