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राष्ट्रीय खिलौना मेला में सिमडेगा की बेटी का दबदबा, जिले का बढ़ाया मान - simdega news

सिमडेगा की रहने वाली संगीता सोरेन ने जिले के साथ-साथ राज्य का राष्ट्रीय स्तर पर मान बढ़ाया है. संगीता खिलौने बनाती है, उसका चयन राष्ट्रीय खिलौना मेला के लिए हुआ. जिसमें भाग लेकर उसने राज्य का मान बढ़ाया.

selection of sangeeta for National Toy Fair
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Published : Mar 7, 2021, 10:21 AM IST

सिमडेगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में बीते 27 फरवरी से दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय खिलौना मेला में जिले की बेटी संगीता सोरेन ने भाग लेकर सिमडेगा का गौरव बढ़ाया है. जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के खूंटी टोली निवासी संगीता ने साबित किया कि सिमडेगा न सिर्फ हॉकी बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति और उपलब्धि हासिल करने का जज्बा रखती है. संगीता अपनी प्रतिभा के बदौलत राष्ट्रीय खिलौना मेला के लिए चयनित हुई. उन्होंने बताया कि वह मूल रूप से सिमडेगा के खूंटी टोली की रहने वाली है.

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संगीता ने टिस्को जमशेदपुर में अपने रिश्तेदार के यहां रहकर खिलौना बनाना सीखा है. वह मूल रूप से कॉटन और फर से विभिन्न जीव-जंतुओं का प्रतिरूप बनाती हैं. इसके अलावा संगीता लकड़ी और मिट्टी से भी खिलौना को बनाती हैं. संगीता कॉटन और फर से टेडी बियर, मंकी, शेर आदि बनाती है. संगीता ने बताया कि बनाए गए खिलौनों से बच्चों को भी अच्छे ढंग से जानकारियां दी जा सकती है.

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संगीता ने बताया कि उसके पिता जोहन सोरेंग की मृत्यु के बाद घर को चलाने की पूरी जिम्मेवारी उसकी मां मारशा आशीषन बागे पर आ गई. ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में उसने कुछ अलग करने का ठाना. प्रायः देखा जाता है कि झारखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक गरीबी है. जहां काम के लिए लोग पलायन करते हैं, जबकि झारखंड में हुनर और संभावनाओं की कोई कमी नहीं है. इसी को देख उन्होंने सविता ट्राइबल फुड नामक संस्था बनाकर खुद हुनरमंद बनने के साथ ही दूसरे को भी ट्रेनिंग देने में जुट गयी. इस कड़ी में झारखंड प्रदेश के प्रचलित आहार, रहन-सहन और जीविका की दिशा में कार्य को शुरू किया. खिलौनों के साथ-साथ स्थानीय खाद्य पदार्थ धुस्का, पीठा रोटी, छिलका रोटी, रागी से बने सामग्री को भी प्रस्तुत किया. संगीता ने वर्ष 2009 में मेला ग्राउंड रांची में लगाए गए मेले में भी भाग लिया. तब उसके उत्पाद को काफी पसंद किया गया था.

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