सिमडेगा: जिले में 25 लाख की चांदी बरामदगी मामले में अब नया मोड़ गया है. चांदी बरामद करने वाले पुलिस अधिकारियों पर 55 लाख के जेवर को गायब करने का आरोप लगा है. पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. वहीं इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया है.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल 6 अक्टूबर को पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान 38 किलो चांदी के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. जब्त चांदी की कीमत 25 लाख रुपये बताई गई थी. चांदी बरामद होने के बाद चेकिंग में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया गया था. लेकिन अब इसी मामले में चेकिंग में शामिल पुलिसकर्मियों पर 55 लाख के दूसरे जेवरात को गायब करने का आरोप लग रहा है. खबर के मुताबिक सिमडेगा में पकड़े गए चांदी के साथ छत्तीसगढ़ के रायपुर के नक्कार ज्वेलर्स से 80 लाख रुपये के गहनों की चोरी हुई थी. रायपुर पुलिस के अनुसार सिमडेगा के बांसजोर में बरामद चांदी के जेवर उसी चोरी का हिस्सा है. रायपुर पुलिस के मुताबिक करीब 80 लाख रुपये के जेवरात की चोरी हुई थी जिसमें से सिर्फ 25 लाख रुपये की ही बरामदगी दिखाई गई. इस मामले में रायपुर पुलिस ने सिमडेगा पुलिस पर 55 लाख के रुपये के जेवरात का गोलमाल करने का आरोप लगाया है.
आरोपों के बाद जांच शुरू
जिले के पुलिसकर्मियों पर 55 लाख के जेवरात का गबन करने के आरोप लगने के बाद, डीआईजी पंकज कंबोज ने बांसजोर ओपी पहुंचकर ओपी प्रभारी आशीष कुमार सहित आरोपी अन्य पुलिसकर्मियों से गहन पूछताछ कर जांच के आदेश दिये हैं. जिसके बाद एसपी डॉ. शम्स तब्रेज ने ओपी प्रभारी आशीष कुमार सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है.
तस्करों से पूछताछ
इधर रायपुर पुलिस ने सिमडेगा के बांसजोर में पकड़े गए दोनों आरोपी मोफिजूल शेख और मोजिबुर शेख को रायपुर ले जाकर उनसे गहन पूछताछ की है. मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने रायपुर पुलिस को बताया कि चोरी के बाद भागने के अगले ही दिन उन्हें बांसजोर पुलिस ने पकड़ लिया था. चोरी के सारे गहने बैग में ही रखे थे, जिसे सिमडेगा पुलिस ने जब्त कर लिया था. वहीं गिरफ्तारी के पश्चात आरोपियों को 2 दिनों तक पुलिस चौकी में ही रखा गया था. इसके अलावा रायपुर पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2-3 अक्टूबर की रात चोरी के बाद अगले ही दिन 3 अक्टूबर को भागने के दौरान आरोपियों को सिमडेगा पुलिस ने पकड़ लिया था इसके बावजूद रायपुर पुलिस को सूचना नहीं दी गई. पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ है कि पुलिस चेकिंग के दौरान 7 लोग चोरी के जेवरात के साथ गाड़ी में बैठे हुए थे जिसमें से 4 लोगों को पकड़ा गया जबकि गिरफ्तारी दो ही की दिखाई गई. इस पर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है.