सिमडेगा: नारकोटिक्स अधिकारी बनकर लूटपाट करने वाले गिरोह का भंडाफोड करते पुलिस ने सरगना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. पुलिस की ओर से हुई इस कार्रवाई में सिमडेगा से एक और अन्य चार रांची से गिरफ्तार हुए हैं. रांची में गिरफ्तार अपराधियों को सिमडेगा पुलिस रिमांड पर लेगी.
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सिमडेगा पुलिस का खुलासा से एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. जिसमें नकली नारकोटिक्स अधिकारी बनकर लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. जिला पुलिस अधीक्षक सौरभ ने बताया कि सिमडेगा के ठेठईटांगर थाना अंतर्गत टुकुपानी के पास विगत 19 अप्रैल की रात में एक गाड़ी (BR 01BS 6052) से बेंगलौर से ओड़िशा होते हुए टाटानगर की ओर जा रहे एक व्यक्ति से लूटपाट हुई.
इस कार को एक दूसरी कार में सवार पांच अपराकर्मियों ने रोक लिया और अपने आपको नारकोटिक विभाग का कर्मचारी बताकर उनकी गाड़ी एवं गाड़ी में रखा लेपटॉप और अन्य सामान लूट लिया. लुटपाट के बाद अपराधियों ने बैंगलोर से आते गाड़ी के चालक को सिमडेगा कोलेबिरा के बीच एक सुनसान स्थान पर छोड़कर उसका वाहन और सामान लूटकर फरार हो गए. इस संदर्भ में पीड़ित चालक ने ठेठईटांगर पुलिस को घटना की सूचना देते हुए पांच अपराधियों के विरूद्ध मामला दर्ज कराया.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिमडेगा के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर घटना को अंजाम देने वाले अपराधकर्मियों में से एक अपराधी अभिषेक कुमार उर्फ छोटू को लूट के सामान के साथ गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए घटना में शामिल अन्य चार अभियुक्तों जिसमें मृत्युजय सिंह उर्फ पप्पु, ब्यास सिंह, सुधीर सिंह एवं अन्टु कुमार के नाम बताए. उसने बताया कि लूटे गए वाहन से वो लोग बिहार तक शराब और गांजा की तस्करी करते हैं.