सिमडेगा: राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव जन सुनवाई कार्यक्रम में हिस्सा लेने सिमडेगा के नगर भवन पंहुचे. लेकिन यहां कुर्सियां खाली देख वो चिंतित होते हुए मंच से कुर्सी नीचे उतरवाकर बैठ गए.
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सिमडेगा में जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान खाली कुर्सियां देख मंत्री से लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता चिंतित और नाराज दिखे. गुरुवार को मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव सिमडेगा के नगर भवन में जन सुनवाई कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. इस दौरान जिला कांग्रेस कमिटी ने नगर भवन में जिलावासियों के बैठने के लिए लगभग एक हजार कुर्सियां लगवायी थीं. लेकिन जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान इनमें से लगभग आठ सौ कुर्सियां खाली रहीं. खाली कुर्सियां देख मंत्री थोड़े नाराज दिखे और मंच से कुर्सी नीचे उतरवाकर कार्यकर्ताओं के समक्ष बैठ गए. इसके बाद वो अपने कार्यकर्ताओं से क्षेत्र की समस्याओं को लिखित रूप से लेने लगे. उन्होंने कहा कि जिला के पदाधिकारियों को समस्याओं से अवगत कराकर समाधान करवाएंगे.
ईटीवी भारत के प्रतिनिधि द्वारा खाली कुर्सियों के संबंध में सवाल पूछे जाने पर मंत्री कहते हैं कि यह जन सुनवाई कार्यक्रम है, समस्या होगी तभी तो लोग आएंगे, जब लोगों को समस्याएं है ही नहीं तो इसमें क्या करने आएंगे. उन्होंने कहा कि ये जन सुनवाई कार्यक्रम है कोई जनसभा नहीं है. लेकिन हकीकत मंत्री के दावों से कोसों दूर हैं. जिला मुख्यालय में प्रत्येक सप्ताह उपायुक्त द्वारा जनता दरबार लगाया जाता है. जिसमें लगभग 40-50 आवेदन हर एक जनता दरबार में प्राप्त होते हैं. इस दौरान शहर से लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के लोग आकर अपना आवेदन देकर कार्रवाई का आग्रह करते हैं. अब मंत्री को हकीकत से कौन रूबरू कराएं कि आपके कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की कार्यशैली और छवि के कारण लगातार घटते जनाधार का खाली कुर्सियां परिणाम है.
जन सुनवाई कार्यक्रम में खाली कुर्सी