सिमडेगा:छोटे बडे़ किसी भी केस को सुलझाने और अपराधी को सजा दिलवाने में अनुसंधान का तरीका काफी अहम भूमिका अदा करता है. अनुसंधान के तरीकों में सुधार लाने के लिए सिमडेगा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में क्राइम मीटिंग कर एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं (investigation Methods Improvement Meeting by Simdega SP).
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अनुसंधान का महत्व: किसी केस में अनुसंधान जितना अच्छा होगा, केस डायरी भी उतनी ही मजबूत बनेगी. केस डायरी मजबूत होगी तो अपराधी को सजा भी जल्द मिलेगी. सिमडेगा एसपी सौरभ के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभाकक्ष में जिले के सभी थाना प्रभारियों और पुलिस पदाधिकारियों के साथ क्राइम मीटिंग आयोजित की गई. जिसमें अनुसंधान और विधि व्यवस्था नियंत्रण संबधी बारीकियां बताई गई. इसी दौरान पावर प्वांइट प्रजेंटेशन कर अनुसंधान ट्रेनिंग कराई गई. ट्रेनिंग के दौरान केस लिखने और अनुसंधान की बारिकियों को भी बताया गया. जिससे अनुसंधान के दौरान कोई कमी नहीं रहे और अपराधी को सजा मिल सके.
एसपी ने दिए आवश्यक निर्देश: क्राइम मीटिंग में सभी थानों के लंबित कांडों का रिव्यू करते हुए एसपी ने अनुसंधान की दिशा में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. साथ ही अपराध नियंत्रण, नक्सल नियंत्रण आदि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा करते हुए एसपी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. एसपी ने क्षेत्र में एलआरपी आदि अभियान को लेकर भी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए. क्राइम मीटिंग में मुख्यत चार बिन्दु पर चर्चा हुई. अनुसंधान नियंत्रण के तहत केसों का रिव्यू करते हुए अनुसंधान को और बेहतर तरीके से करने के निर्देश दिए गए. इसके बाद बीट पुलिसिंग पर चर्चा करते हुए पब्लिक के साथ सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में बल दिया गया. विधि व्यवस्था नियंत्रण के लिए चिन्हित अपराधियों पर नजर रखते हुए क्षेत्र में अपराध नियंत्रण करने के संदर्भ में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. उग्रवाद नियंत्रण पर चर्चा करते हुए पूर्व में चलाए जा रहे एंटी- नक्सल अभियान का रिव्यू कर उसे और बेहतर तरीके से चलाने का निर्देश दिया गया. एसपी साैरभ ने सभी थाना के केस रिव्यू करते हुए थाना प्रभारियों को केस निष्पादन की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए.