सिमडेगा: शिक्षा की आवश्यकता जीवन के हर स्तर, हर पड़ाव पर होती है. शिक्षा जो अंधकार भरे जीवन को भी अपनी ज्ञान के प्रकाश से रोशन कर देता है. सिमडेगा में शिक्षा की ऐसी ही अलख जग रही है पुलिस अंकल ट्यूटोरियल में. जहां स्कूली बच्चों को शिक्षा दी जा रही है.
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सिमडेगा उपायुक्त सुशांत गौरव ने पुलिस अंकल ट्यूटोरियल सेंटर पहुंचे, इस दौरान उन्होंने बच्चों को मैट्रिक परीक्षा के लिए कराई जा रही तैयारियों का जायजा लिया. अपने दौरे के क्रम में जलडेगा के एसएस स्कूल पहुंचे. उपायुक्त ने आगामी मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी कर रहे स्कूली बच्चों को सफलता के कई टिप्स दिए. साथ ही उन्हें इतिहास विषय पढ़ाकर उनका ज्ञानवर्द्धन किया. बच्चों को मोटिवेट करते हुए उन्होंने कहा कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अच्छा ज्ञान का होना आवश्यक है.
उपायुक्त ने कम समय में बच्चों को परीक्षा की तैयारी करने और मैट्रिक के बाद की पढ़ाई को लेकर कई अहम जानकारियां दी. उपायुक्त ने कहा कि उन्हें बच्चों के बीच आकर काफी अच्छा महसूस हुआ. यही बच्चे देश के लिए भविष्य की पूंजी है, जो आगे चलकर जिला, राज्य और देश का भविष्य निर्धारित करेंगे. उन्हें उम्मीद है कि इस अभियान का बच्चों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलेगा.
विभिन्न सेंटर्स में 1800 बच्चे ले रहे शिक्षा
जब बच्चों का भविष्य गढ़ने की बात हो तो बंदूक पकड़ने वाले हाथ कलम पकड़ने लगे. इस काम में जिला प्रशासन का साथ मिल जाए तो उद्देश्य की पूर्ति क्यों नहीं होगी. ऐसा ही इन दिनों सिमडेगा में देखने को मिल रहा है. जहां 1800 से ज्यादा की संख्या में मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों को पुलिस अंकल ट्यूटोरियल के लगभग 19 सेक्टरों में मुफ्त शिक्षा दी जा रही है. पुलिस, शिक्षक और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से यह संभव हुआ है.
पुलिस अंकल ट्यूटोरियल के बढ़ते कदम
पुलिस अंकल ट्यूटोरियल जिसकी शुरुआत सिमडेगा जिला से हुई, जो राज्य ही नहीं देशभर में अपनी पहचान बना चुका है. सोशल पुलिसिंग के तहत शुरू हुए इस अभियान को बीते दिनों अवार्ड भी मिल चुका है. सिमडेगा पुलिस, शिक्षक और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से जिलाभर में आर्थिक रूप से कमजोर मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी कर रहे करीब 1800 से ज्यादा बच्चों का चयन सर्वे कराकर किया गया. इन बच्चों का रिजल्ट अच्छा हो और यह परीक्षा में अच्छे अंक लाकर अपने उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर हों, इसी उद्देश्य के साथ इन्हें नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है.
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सोशल पुलिसिंग के तहत अभियान चलाया गया
पुलिस अधीक्षक शम्स तबरेज ने कहा कि सोशल पुलिसिंग के तहत अभियान चलाया गया है. जिससे बच्चे पढ़कर मैट्रिक की परीक्षा में अच्छे रिजल्ट और अपने उज्जवल भविष्य की ओर आगे बढ़े. एसपी ने कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए जरूरी नहीं कि अपराधियों को पकड़ कर केवल जेल में डाला जाए. शिक्षा की ज्योति जलाकर समाज में जागरुकता भी लाई जा सकती है. सिमडेगा पुलिस, जिला प्रशासन और शिक्षकों के सहयोग से इसी उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं.