लातेहार: भले ही सरकार स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बड़े-बड़े दावे करे, पर सच्चाई यह है कि आज भी ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति काफी बदत्तर है. इसका जीता जागता उदाहरण लातेहार के डीही गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र है. इस अस्पताल की हालत यह है कि यह कब खुलता है और कब बंद होता है, किसी को पता ही नहीं चलता.
चलती है मनमर्जी
दरअसल, डीही गांव लातेहार, बालूमाथ और हेरहंज प्रखंड की सीमा पर स्थित है. सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाका होने के कारण इस अस्पताल पर लोगों की निर्भरता काफी अधिक है. अस्पताल की उपयोगिता को देखते हुए सरकार ने यहां एक महिला चिकित्सक और एक नर्स को पदस्थापित कर रखा है. इसके अलावे एमपीडब्ल्यू भी यहां कार्यरत हैं. पर उक्त स्वास्थ्यकर्मी कब अस्पताल खोलते हैं और कब इसे बंद कर देते हैं यह आम लोगों को पता ही नहीं चलता है.