सरायकेला: जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के बीच औपचारिकता पूरी करने मात्र भगवान विश्वकर्मा के पूजन का आयोजन किया गया. हर साल 17 सितंबर को आयोजित होने वाले विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर औद्योगिक क्षेत्र में सुबह से ही लोगों की जबरदस्त चहल-पहल देखने को मिलती थी, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण धूमधाम से पूजा नहीं हो सका. लोगों में भी कम उत्साह देखने को मिला.
उद्यमियों ने बताया कि कामगार और मजदूरों के आस्था को लेकर छोटे पैमाने पर ही पूजा का आयोजन किया गया, जहां सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा गया है. कई औद्योगिक इकाइयों में बड़े स्तर पर पूजा का आयोजन और प्रसाद वितरण से लेकर सामूहिक भोज भी आयोजित किया जाता था, लेकिन इस बार कोरोना के कारण ऐसा नहीं हुआ.
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1350 कंपनियों में आधे से भी कम में हो रहा प्रोडक्शन
एशिया के सबसे बड़े स्मॉल इंडस्ट्रियल हब के रूप में विख्यात आदित्यपुर स्मॉल इंडस्ट्रियल एरिया काफी धीमी गति से वैश्विक महामारी के इस दौर से उबर रहा है. कोरोना को लेकर लगाए लॉकडाउन के बाद लगभग 4 महीने बीत जाने के बाद भी औद्योगिक क्षेत्र के कंपनियों के विकास के पहिए तेजी से नहीं घूम रहे है. आज 1350 से भी अधिक कंपनियां औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित हैं, जिनमें से आधे से भी अधिक उद्योग वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं. कोरोना के कहर का असर औद्योगिक क्षेत्र के विश्वकर्मा पूजा में भी देखने को मिल रहा है. इधर 6 महीने से देशभर में विभिन्न पर्व त्यौहारों को मनाने के तरीकों में बदलाव देखने को मिल रहा है और पर्व त्योहार अब कोरोना के कारण सीमित दायरे में सिमट रहा है.