सरायकेला: जिला के आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) द्वारा कैंपस चारदीवारी बनाए जाने का स्थानीय ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया है. संस्थान जो चारदीवारी निर्माण करवा रही है उससे असंगी गांव की ओर रास्ता बंद हो जाएगा. जिस पर स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गए और निर्माण कार्य रुकवा दिया.
गांव जाने का रास्ता बंद करने की सूचना पाकर सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण वहां पहुंचे और चारदीवारी निर्माण का विरोध शुरू कर दिया, इधर रास्ता बंद किए जाने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय निवासी और जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरन महतो को दी गई, जिसके बाद सांसद वहां पहुंचे. इस दौरान सांसद ने चारदीवारी काम करवा रहे एनआईटी कॉलेज के सुरक्षा चेयर पर्सन संजय कुमार को जमकर फटकार लगाई. सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि पहले एनआईटी कॉलेज संस्थान के चारों ओर बन रहे चहारदीवारी निर्माण के साथ रिंग रोड का काम पूरा करे, इसके बाद ही गांव की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करे.
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कॉलेज प्रबंधन पर लगा मनमानी का आरोप
मौके पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संस्थान ने पहले 21 फीट रिंग रोड निर्माण किए जाने का वादा किया था, लेकिन अब संस्थान महज 12 से 13 फीट चौड़ा रास्ता दे रहा है. जिस पर ग्रामीणों को घोर आपत्ति है. इस पर सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि गांव के लोग एनआईटी कॉलेज को हमेशा सहयोग करते है. सांसद ने कहा कि कॉलेज शुरुआती दौर से ग्रामीणों को ठगने का काम करते आ रही है, उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीण युवकों के लिए संस्थान ने कुछ नहीं किया. रोजगार से लेकर शिक्षा तक की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए भी संस्थान में कोई सुविधा मौजूद नहीं है.
जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो पहुंचे विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए सीट आरक्षित हो जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि वे निरंतर संस्थान और सरकार से मांग करते आए है कि कॉलेज निर्माण के दौरान विस्थापित हुए लोगों के बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था एनआईटी कॉलेज में की जाए, जबकि कम से कम 5 सीट विस्थापित बच्चों के लिए संस्थान में आरक्षित हो, इधर उग्र ग्रामीणों ने संस्थान के निदेशक के साथ बातचीत के बाद सहमति बनने पर ही आगे काम करने देने की बात कही है.