सरायकेला:जिले में साल 2020 में 100 से अधिक मौतें केवल सड़क दुर्घटना में हुई है. सड़क दुर्घटना में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. बेहतर यातायात व्यवस्था और दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से सामाजिक संगठन जन कल्याण मोर्चा और झारखंड लीगल एडवाइजर डेवलपमेंट की ओर से यातायात जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. वहीं लचर ट्रैफिक व्यवस्था और परिवहन विभाग के उदासीन रवैया के खिलाफ अब सड़क पर उतरकर आंदोलन का भी निर्णय लिया गया है.
सामाजिक संगठन जन कल्याण मोर्चा और अधिवक्ताओं का संगठन झारखंड लीगल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त प्रयास से सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने की मुहिम छेड़ दी गई है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ता ओमप्रकाश ने बताया कि एक साल में 100 से भी अधिक जान केवल सड़क दुर्घटना में चली जाती है, जो चिंता का विषय है. उन्होंने बताया कि आज लचर ट्रैफिक व्यवस्था और सड़क पर यातायात संबंधित सुविधाओं की कमी होने के कारण रोड एक्सीडेंट में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है, इसे लेकर पहले संस्था के ओर से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से रणनीति तैयार की जाएगी और जिला प्रशासन को इससे अवगत कराया जाएगा, वहीं जिला प्रशासन के ओर से कारगर कदम नहीं उठाने पर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.इसे भी पढ़ें:
सरायकेला: लाखों की लागत से बनी सोलर जल मीनार बनी शोपीस, पेयजल के लिए भटक रहे ग्रामीणट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त तो सड़क दुर्घटनाओं में कमीसड़क दुर्घटना के शिकार हुए लोगों को समय से चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिल पाना मौत का प्रमुख कारण माना जा रहा है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी डॉ अशोक ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को 3 घंटे के अंदर यदि तत्काल अस्पताल पहुंचाकर बेहतर इलाज कराया जाएगा, तो उसकी जान बचाई जा सकती है, आज देश में 6 से 7% रोजाना लोगों की मौत केवल सड़क हादसों में हो रही है, ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त होना भी काफी महत्वपूर्ण है.