सरायकेला: देश को स्वच्छ बनाने के उद्देशय से पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की. लेकिन जिले के शहरी क्षेत्र से निकलने वाले कचरे का समुचित निष्पादन नहीं होने से शहर के पर्यावरण पर इसका असर पड़ रहा है. इसके समाधान में स्थानीय निकाय फेल साबित हो रहा है. इसे लेकर अब प्रदूषण नियंत्रण परिषद ने कार्रवाई का मन बना लिया है.
PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को मुंह चिढ़ा रहा यह शहर, अधर में लटकी करोड़ों की योजना
सरायकेला में कचरे का निष्पादन करने में स्थानीय निकाय फिसड्डी साबित हो रहा है. जहां-तहां कचरे का अंबार लगा हुआ है. जिसे देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण परिषद अब कार्रवाई करने के मूड में दिख रहा है.
अधर में लटकी करोड़ों की योजना
सरायकेला समेत पूर्वी सिंहभूम से रोजाना निकलने वाले कचरे के निष्पादन को लेकर स्थानीय निकाय और सरकार द्वारा पूर्वी सिंहभूम के खैर बनी पंचायत में करोड़ों की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम का निर्माण किया जाना है. लेकिन स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के कारण यह योजना विगत 10 सालों से लंबित पड़ी है. हालांकि सरकार और स्थानीय निकाय इसे धरातल पर उतारने की कवायद में जुटे हैं लेकिन भारी विरोध के बीच यह योजना अब खटाई में पड़ गई है.
पर्यावरण पर भी पड़ रहा असर
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के फेल होने से शहर में कचरा का अंबार है और यह ना सिर्फ शहर की खूबसूरती को बिगाड़ रहा है. बल्कि अब इसका असर पर्यावरण पर भी पड़ रहा है.ऐसे में वक्त रहते यदि यह योजना समय से धरातल पर नहीं उतरे तो आगे स्थिति और भयावह हो सकती है.