सरायकेला:कोरोना वायरस के खतरे से पूरे विश्व में लोग परेशान है. इससे भारत भी अछूता नहीं है. मामले में सरायकेला के सुवर्ण रेखा बहुउद्देशीय परियोजना अंतर्गत ईचा गालूडीह परियोजना के कर्मचारी विमल सिंह बायोमेट्रिक अटेंडेंस प्रणाली को कोरोना वायरस का वाहक मान रहे हैं.
कोरोना वायरस का संक्रमण
कर्मचारी कोरोना वायरस को लेकर हर जगह लोग पूरी सतर्कता बरत रहे हैं. ऑफिस के कर्मचारी एक-दूसरे से संपर्क करने के समय हाथ मिलाने के बजाय अब हाथ जोड़कर अभिनंदन करते हैं. इस बीच झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों के गुट ने सरकार के समक्ष मांग रखी है कि जब तक कोरोना वायरस का संक्रमण समाप्त नहीं हो जाता है तब तक बायोमेट्रिक हाजिरी पर रोक लगा दी जाए.