सरायकेला: वैश्विक महामारी और राष्ट्रीय आपदा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जहां पूरी दुनिया सुरक्षा के उपाय कर रही है, वहीं देश में जारी लॉकडाउन के बीच ग्रामीण क्षेत्र के लोग पूजा-पाठ के साथ कोरोना से बचाव को लेकर टोटका का भी खूब सहारा ले रहे हैं. ताजा मामला सरायकेला जिले के चांडिल प्रखंड के हारूडीह गांव का है, जहां 40 से 50 युवाओं ने कोरोना से मुक्ति के लिए सामूहिक मुंडन कराया.
कोरोना के संक्रमण के बचाव को लेकर हारूडीह गांव के युवकों और छात्रों ने लगातार दो दिनों से सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अलग-अलग स्थानों पर मुंडन कराया. इन छात्रों को विश्वास है कि देश और दुनिया में जो कोरोना वायरस का संक्रमण है और इस वायरस के कारण जो संकट उत्पन्न हुआ है, वह जल्द खत्म हो जाएगा और एक बार फिर लोगों की जिंदगी सामान्य होगी. हालांकि गांव के युवक इस सामूहिक मुंडन कार्यक्रम को टोटका बताने से इनकार करते हैं. गांव के छात्र अमित महतो ने बताया कि कोरोना संकट को टालने गांव के सभी युवा और छात्रों ने अलग-अलग स्थान पर सामूहिक रूप से मुंडन कराए जाने का निर्णय लिया. इसके साथ ही युवाओं ने लॉकडाउन में कोरोना वारियर्स के रूप में जंग लड़ रहे डॉक्टर, पुलिसकर्मी के सम्मान में यह मुंडन कराया है और अपने बालों को उनके जज्बे के आगे समर्पण कर दिया है.