सरायकेला: जिले के औद्योगिक क्षेत्र के ऑटोमोबाइल सेक्टर इन दिनों दोहरी मार झेल रहा है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार छाई मंदी के बाद अब उत्पादन प्रभावित हो रहा है तो वहीं रोजगार उपलब्धता में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
मंदी की मार और कम हुए रोजगार का सबसे बड़ा खामियाजा बेरोजगार युवकों को झेलना पड़ रहा है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में छाए इस मंदी के कारण कई कल कारखानों पर ताले लग रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक अगले कुछ दिनों में 2 दर्जन से भी अधिक औद्योगिक इकाइयां मंदी के कारण बंद हो जाएंगी. जिससे निश्चित तौर पर कामगारों और मजदूरों के सामने बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनकर उभरेगी.
चार हजार लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य
लगातार छाई मंदी और बेरोजगारी के बीच जिला नियोजन विभाग और राज्य श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग इस वित्तीय वर्ष में जिले में कुल 4027 लोगों को रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन एशिया के सबसे बड़े लघु उद्योग क्षेत्र सरायकेला औद्योगिक क्षेत्र में छाए इस मंदी से जिला नियोजन विभाग के इस लक्ष्य को पाना नामुमकिन ही नहीं बल्कि असंभव प्रतीत हो रहा है. विभाग नियोजन उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है.